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महात्मा गाँधी

सुचेता कृपलानी : भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री; संभाली थी सबसे बड़े राज्य की बागडोर!

1966 में इंदिरा गाँधी के रूप में एक महिला प्रधानमंत्री को चुनने वाला भारत पहला कार्यात्मक लोकतंत्र था। हालांकि, बहुत कम लोग ही इस तथ्य से अवगत हैं कि इसके तीन साल पहले उत्तर प्रदेश ने सुचेता कृपलानी को भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में चुना था।

जब 501 रूपये में बिका भारत में बना पहला नमक का पैकेट!

By निशा डागर

12 मार्च 1930 को गाँधी जी ने अपने साथियों के साथ साबरमती से 'दांडी मार्च' शुरू किया था, जिसे इतिहास में 'नमक सत्याग्रह' के नाम से जाना जाता है। उनके नेतृत्व में हज़ारों लोगों ने इस अहिंसात्मक आन्दोलन में भाग लिया। जगह-जगह पर लोगों ने नमक कानून तोड़कर ब्रिटिश साम्राज्य को चुनौती दी।

92 की उम्र में विश्व की सबसे ऊँची मूर्ती बनाने वाले इस भारतीय कलाकार की बनायी मूर्तियाँ 150 देशों की शोभा बढ़ा रहें हैं!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के धूलिया जिले के गोन्दुर गाँव में जन्में राम वंजी सुतार जी विश्व-प्रसिद्द मूर्तिकार हैं। अब तक उन्होंने लगभग 8, 000 छोटी-बड़ी मूर्तियाँ बनाई हैं। हाल ही में, उन्होंने 'स्टेचू ऑफ़ यूनिटी' सरदार पटेल की प्रतिमा का निर्माण किया है। यह दुनिया में अब तक की सबसे ऊँची प्रतिमा है।

वीटी कृष्णमाचारी : भारत के मास्टर प्लानर, जिन्होंने रखी थी 'पंचायती राज' की नींव!

By निशा डागर

4 फरवरी, 1881 को करूर जिले के वंगल गाँव के एक जमींदार के यहाँ जन्में वी. टी कृष्णामाचारी एक भारतीय प्रशासनिक अधिकारी थे। अपने करियर के दौरान उन्होंने कुछ प्रमुख पद संभाले, जैसे कि दीवान ऑफ बड़ौदा और जयपुर राज्य के प्रधान मंत्री। इसके अलावा उन्होंने 'पंचायती राज व्यवस्था' की नींव रखी।

ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान: भारत रत्न पाने वाला गैर-हिंदुस्तानी, जिसकी हर सांस में भारत बसता था!

By निशा डागर

साल 1987 में ख़ान अब्दुल ग़फ़्फ़ार ख़ान को भारत सरकार ने 'भारत रत्न' से नवाज़ा। उनका जन्म 6 फरवरी 1890 को पेशावर (अब पाकिस्तान में है) में हुआ। उन्हें 'सरहदी गाँधी,' 'बाचा ख़ान' और 'बादशाह ख़ान' के नाम से भी जाना जाता है। वे भी एक स्वतंत्रता सेनानी थे जो गाँधी जी के साथ अहिंसा के मार्ग पर चले।

गाँधी जी के साथ 180 किलोमीटर मार्च कर, इस महिला स्वतंत्रता सेनानी ने छेड़ी थी अंग्रेज़ों के खिलाफ़ जंग!

By निशा डागर

3 नवंबर 1917 को जन्मीं अन्नपूर्णा महाराणा भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय स्वतंत्रता सेनानी थी। इसके अलावा वह एक प्रमुख सामाजिक और महिला अधिकार कार्यकर्ता भी थीं। अन्नपूर्णा, महात्मा गांधी के करीबी सहयोगी थी। 96 वर्ष की उम्र में 31 दिसम्बर 2016 को उन्होने दुनिया से विदा ली। 

पेरिन बेन कैप्टेन: दादाभाई नौरोजी की पोती, जिन्होंने आजीवन देश की सेवा की!

By निशा डागर

दादाभाई नौरोजी की पोती पेरिन बेन कैप्टेन एक स्वतंत्रता सेनानी व समाज सुधारक थीं। उनका जन्म 12 अक्टूबर 1888 को गुजरात के कच्छ जिले के मांडवी के एक पारसी परिवार में हुआ था। उन्होंने साल 1919 से गांधीजी के साथ काम करना शुरू किया और राष्ट्रीय स्त्री सभा के गठन में अह्म भूमिका निभाई।

इस महिला आईएएस अफ़सर ने अंबिकापुर को बनाया भारत का 'सबसे स्वच्छ छोटा शहर'!

By निशा डागर

लगभग 8 महीने पहले, छत्तीसगढ़ के सुरगुजा जिले की कलेक्टर ऋतू सैन ने अपना स्वच्छता अभियान शुरू किया था। ऋतू साल 2003-बैच की आइएएस अफसर हैं। जिले की राजधानी अंबिकापुर में घुसते ही उन्होंने इस पर काम करना शुरू किया। लगभग 140, 000 लोगों की जनसंख्या वाला अंबिकापुर एक छोटा शहर है।

कहानी तारा रानी श्रीवास्तव की, ब्रिटिश लाठीचार्ज में पति को खोकर भी फहराया तिरंगा!

By निशा डागर

8 अगस्त, 1942 को महात्मा गाँधी ने गोवलिया टैंक मैदान में 'करो या मरो' के नारे के साथ 'भारत छोडो आंदोलन' का आगाज़ किया। जिसमें बिहार के पटना के पास सारण में जन्मीं तारा रानी श्रीवास्तव ने आगे बढ़कर गाँधी जी के आंदोलन का मोर्चा संभाला।