तमिलनाडु में चेन्नई निवासी अंजू अगरवाल के टेरेस गार्डन में 50 से भी ज्यादा पेड़ हैं। इनमें शामिल हैं, टमाटर, गाजर, चकुंदर, पलक आदि। उन्होंने 'द आर्गेनिक गार्डन फाउंडेशन' की शुरुआत की है और साथ ही उन्होंने अभी ऑर्गनिक साबुन बनाकर बेचना शुरू किया है।
महाराष्ट्र के सांगली जिले में अष्टा गाँव के डॉ अंकुश चोरमुले अपनी पहल 'होय आम्ही शेतकरी' के जरिये लाखों किसानों से जुड़कर उनकी मदद कर रहे हैं। वे व्हाट्सअप ग्रुप और फेसबुक पेज के माध्यम से किसानों के लिए लाइव विडियो करते हैं। उन्होंने फसलों के लिए हानिकारक फॉल आर्मी वॉर्म पर अपनी रिपोर्ट दी है।
इस गणेश चतुर्थी यदि आप पर्यावरण के अनुकूल गणपति की मूर्ति खरीदना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए हैं। हम आपको एक सात संगठनों के बारे में बता रहे हैं जहां से आप इको-फ्रेंडली गणपति खरीद सकते हैं। इसमें कागज के गणपति से लेकर खाद, गोबर, मिट्टी आदि से बने गणपति के बारे में आप जान सकते हैं।
केरल की बाढ़ में 373 लोगों की जान गयी, लगभग एक मिलियन लोगों को राहत शिविरों में रखा गया, 10,000 किलोमीटर की सड़कें और पुल आदि टूटकर बह गए और न जाने कितने हैक्टेयर फसल बर्बाद हो गयी। ऐसे में सबसे पहली मदद उड़ीसा से मिली। उड़ीसा ने अब तक अन्य कई सहायताओं के साथ 10 करोड़ की मदद दी है।
पुणे निवासी निनाद वेंगरुलकर के माली रामभाऊ आज बागवानी से लाखों में कमा रहे हैं। उन्होंने आज से चार साल पहले एक माली के रूप में शुरुआत की थी। लेकिन आज उनके पास अच्छा घर, होंडा सिविक गाड़ी है और लगभग 15 लोग उनके नीचे काम करते हैं। निनाद ने एक फेसबुक पोस्ट में उनके बारे में लिखा है।
मध्य प्रदेश के मंदसौर शहर में 26 जून को एक 7 वर्षीय स्कूल छात्रा के साथ रेप हुआ। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने स्कूल के पास एक दुकान से मिली सीसीटीवी फुटेज की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर की। जिसके चलते आरोपी का पता चल सका।
केरल में अल्लापुज़हा जिले के नीरकुन्नाम में स्थित श्री देवी विलासम (एसडीवी) यूपी सरकारी स्कूल में आईएएस अफसर एस. सुहाष ने बीते बुधवार अचानक पहुंचकर सबको चौंका दिया। दरअसल, उनके स्कूल में जाने की वजह थी मिड-डे मील की गुणवत्ता को जांचना। इस पोस्ट को फेसबुक पर 3, 500 से ज्यादा बार शेयर किया जा चूका है।
यूपीएससी 2017 में दूसरा स्थान हासिल करने वाली हरियाणा की अनु कुमारी ने हाल ही में अपने फेसबुक पोस्ट के जरिये अपने कुछ नोट्स व अपने कुछ सुझाव साँझा किये हैं। अनु के लिए तैयारी करना आसान नहीं था क्योंकि उन्हें पढ़ाई के साथ-साथ अपने ढाई साल के बेटे को भी संभालना था पर उनके परिवार के साथ ने उन्हें हारने नहीं दिया।