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तमिलनाडु

शौक बना आय का जरिया, पेंसिल की नोक पर बनाते हैं अद्भुत डिज़ाइन

By निशा डागर

चेन्नई के रहनेवाले 26 वर्षीय आर्किटेक्ट, राजकुमार पिछले कई सालों से Lead Art कर रहे हैं और पेंसिल की लीड पर तरह-तरह की कलाकृतियां जैसे बुद्धा, नाम, अंगेजी के सभी अक्षर आदि बनाते हैं।

अपने मुहांसों का हल ढूंढते-ढूंढते बना दिया Natural Skincare Brand, विदेश से आते हैं ऑर्डर

By निशा डागर

तमिलनाडु के कोयंबटूर में रहनेवाले प्रितेश अशर और मेघा अशर ने अपने Natural Skincare Brand, 'Juicy Chemistry' की शुरुआत अपने रसोईघर से की थी।

अपनी ही ज़मीन से निकली मिट्टी से बनाया घर, लगाए 800 पेड़-पौधें, न AC, न कूलर, न बिजली बिल

By निशा डागर

तमिलनाडु में पोल्लाची के एक गाँव के रहने वाले रामचंद्रन सुब्रमणियन एक इको-फ्रेंडली घर में रहते हैं, जहाँ उनके बिजली और पानी का बिल एकदम जीरो आता है।

68 की उम्र में शुरू किया अपना बिज़नेस, बचपन में सीखा क्रोशिया आया काम

By निशा डागर

कुन्नूर में रहने वाली 68 वर्षीया तारा जयप्रकाश पिछले कई सालों से बुनाई और क्रोशिया का काम कर रही हैं। तारा कुशन कवर, शॉल, बेबी सेट, टिश्यू बॉक्स व बेडशीट जैसी चीजें बनाकर शहर में आयोजित होने वाले मेलों में या सीधा ग्राहकों को बेचती हैं।

मिठाइयां यूपी की, स्वाद तमिलनाडु का, खुश्बू पहुंची विदेशों तक

By पूजा दास

तमिलनाडु के तंजावुर में साल 1949 में बनी ‘बॉम्बे स्वीट्स’ नामक दुकान में, रोजाना लगभग चार हजार ग्राहक आते हैं। यहां 200 प्रकार की मिठाइयां और सात तरह के स्वादिष्ट स्नैक्स मिलते हैं।

बेटी के जन्म के बाद बनीं डॉक्टर, कंगना के पंगे से कम नहीं था संघर्षों से इनका 'पंगा'!

फिल्म देखने के दौरान निधि को लगा मानो जैसे सारे किरदार एकदम से जीवंत हो उठे हो और उनकी कहानी के इर्द-गिर्द घूमने लगे हो।

लोगों को खुद अपना खाना उगाना सिखा रहा है यह एमबीए ग्रैजुएट!

By निशा डागर

नंदा कुमार ने अपने गाँव में चार डंपिंग यार्ड और दो प्राइमरी स्कूलों की खाली जगहों को मिनी फार्म में बदला है। यहाँ पर उगने वाली सब्ज़ियां गाँव के लोगों द्वारा और मिड डे मील के लिए इस्तेमाल किया जाता है!

वी. आर लक्ष्मीनारायण : वह आईपीएस अफ़सर, जिसने अपने कर्तव्य को हमेशा सर्वोपरि रखा!

By निशा डागर

क्रिमिनल लॉ में स्पेशलाइजेशन करने वाले वीआरएल साल 1951 में भारतीय पुलिस सेवा में भर्ती हुए थे।

आईपीएस अर्चना रामासुंदरम: पैरामिलिट्री फ़ोर्स की पहली महिला चीफ़ बनकर रचा था इतिहास!

आईपीएस अफ़सर अर्चना रामासुंदरम, भारत के सशस्त्र सीमा बल की महानिदेशक बनने वाली पहली महिला अफ़सर थीं। हैदराबाद पुलिस अकादमी ज्वाइन करने पर, अपनी क्लास में वे इकलौती लड़की थीं और इसके सालों बाद, वे महिला अफ़सरों के लिए एक मार्गदर्शक और प्रेरणा बनीं।