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कॉलेज के सिक्यूरिटी गार्ड की बाइक जल जाने पर छात्रों ने पैसे जोड़कर ख़रीद दी नयी बाइक!

2 साल तक अपनी कमाई में से बचत कर उन्होंने यह बाइक ख़रीदी थी, जो मिनटों में बर्बाद हो गई।  

मेरठ: पॉकेट मनी बचाकर अब तक 500 पेड़ लगा चुके हैं ये बच्चे!

By निशा डागर

उत्तर-प्रदेश में मेरठ के रहने वाले 18 वर्षीय छात्र सावन कनौजिया ने पर्यावरण-संरक्षण की पहल शुरू की है। उन्होंने 'एनवायर्नमेंटल क्लब' की स्थापना की।

#अनुभव : 'भविष्य के लिए बचत करने से बेहतर है कि किसी के आज को संवारा जाए'!

By निशा डागर

बिहार के इस प्राथमिक टीचर ने अपने एक गरीब छात्र की स्कूल पढ़ाई का पूरा खर्च उठाया। आज उनका वह छात्र एक डॉक्टर है और आज भी वह अपनी व्यस्त ज़िंदगी में से वक़्त निकाल कर अपने गुरु से मिलने गाँव जरुर आता है।

पुणे : इन छह छात्रों ने मिलकर बनाया है देश का पहला ट्रैफिक कंट्रोलिंग रोबोट!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के पुणे शहर में दिन-प्रतिदिन बढ़ रही ट्रैफिक की समस्या को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक पुलिस की मदद के लिए एक रोबोट, 'रोडीओ' लॉन्च करने का फैसला किया है। यह रोबोट एक ट्रैफिक पुलिस अफ़सर के जैसे ही काम करेगा। इसे स्कूल में पढ़ रहे छह बच्चों ने मिलकर बनाया है।

बाज़ार से प्लास्टिक का नहीं बल्कि खुद बीज बो कर उगाया अपना क्रिसमस ट्री!

By निशा डागर

क्रिसमस डे पर केरल के वायनाड जिले में एक 9वीं कक्षा के छात्र एलन ने कुछ अलग ही तरह का क्रिसमस पेड़ बनाया। उसने एक बड़े बांस के फ्रेम को मिट्टी से अच्छे से ढका और फिर इस मिट्टी में कंगनी (मलयालम में थीना) के बीज बो दिए। जैसे ही ये बीज अंकुरित होंगे, यह एक हरे-भरे क्रिसमस पेड़ की शक्ल ले लेगा।

मिलिए बिहार के गुरु रहमान से, मात्र 11 रूपये में पढ़ाते हैं गरीब छात्रों को!

By निशा डागर

बिहार के अदम्य अदिति गुरुकुल के हजारों छात्रों के लिए, जो सब इंस्पेक्टर, आईएएस, आईपीएस, आईआरएस और सीटीओ अधिकारी बन गए हैं, गुरु रहमान वह शिक्षक जिसने उनकी दुनिया बदल दी। डॉ मोतीर रहमान खान ने 1994 में कोचिंग कक्षाएं शुरू की, क्योंकि उन्हें प्यार हो गया था।

कैंटीन चलाने वाले 'मिलन दा', जिनकी मृत्यु पर दुनियाभर से आए श्रद्धांजलि के सन्देश!

By निशा डागर

भारत के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक जादवपुर यूनिवर्सिटी है। इसी यूनिवर्सिटी में एक बहुत पुरानी कैंटीन को चलाने वाले मिलन कांति डे का हाल ही में लंग कैंसर के चलते निधन हो गया। उन्हें सब लोग प्यार से 'मिलन दा' कहकर बुलाते थे।

ग्रीन ग्रुप से महिलाओं को सशक्त बनाकर गाँवो में उम्मीद रोपते 'होप' समूह के छात्र

By विनय कुमार

ग्रीन ग्रुप में महिलाएं गाँव में जुए और शराब जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ अभियान छेड़ती हैं.

पुराने अखबार बेचकर गरीबो के लिए कंबल खरीद रहे है इंजीनियरिंग के ये छात्र!

By मानबी कटोच

बिटेक के छात्र स्थानीय निवासियों से पुराने अखबारों को जमा कर रहे हैं और उन्हें बेचकर पैसा जुटा रहे हैं। इन पैसो से वे गरीबो के लिए कंबल खरीद रहे है.