लुधियाना में रहने वाली रूह चौधरी, पिछले कई सालों से इको-फ्रेंडली तरीकों से अपना जीवन जी रही हैं और साथ ही, वह हर दिन लगभग 75 बेसहारा जानवरों को खाना खिलाती हैं।
मुंबई स्थित स्टार्टअप, इवो फूड्स ने कोलेस्ट्रॉल और एंटीबायोटिक मुक्त वीगन अंडा बनाया है, जो स्वाद, बनावट और प्रोटीन की गुणवत्ता में बिलकुल असली अंडे जैसा है।
दिल्ली में ‘वीरजी का डेरा' संगठन द्वारा हर दिन 1000 से ज्यादा गरीब और बेसहारा लोगों को खाना खिलाया जाता है और 300 से 400 बीमार तथा घायल लोगों का इलाज किया जाता है।
शादी समारोह में खाना, पानी और अन्य संसाधनों की बढ़ती बर्बादी को देखते हुए दिल्ली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वे इस दिशा में नयी पॉलिसी बना रहे हैं। इसके तहत सरकार ने शादी में शामिल होने वाले मेहमानों की संख्या सिमित करने का विचार किया है। साथ ही, कैटरिंग सर्विसेज को भी सही किया जायेगा।
पटना के चिरायतंद इलाके में रेडीमेड कपड़ों की दुकान के मालिक गुरमीत सिंह पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) के गरीब और अपने परिवार द्वारा छोड़े हुए बेसहारा मरीजों के लिए रोज रात को खाना लाते हैं। गुरमीत पिछले तीन दशकों से ऐसा कर रहे हैं।
हरियाणा के सिरसा में वकील भुवन भास्कर खेमका ने साल 2010 में 'श्री राम भोजन बचाओ संस्था' की शुरुआत की। जिसका उद्देश्य शादी-विवाह और अन्य किसी कार्यक्रम में बचे हुए खाने को बर्बाद न होने देकर जरुरतमंदों तक पहुंचना है। वे सभी लोगों को इस के प्रति जागरूक करना चाहते हैं।
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने एक लाइव स्ट्रीमिंग मैकेनिज्म बनाया है। इससे सभी यात्री देख पाएंगे कि जो खाना उन्हें परोसा जाता है वह कैसे बनाया और पैक किया जा रहा है।