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उत्तराखंड

जानिए कैसे! कार को घर बना, अलग-अलग राज्यों की यात्रा कर रही है, केरल की यह जोड़ी

By निशा डागर

त्रिशूर, केरल के एक दंपति, हरीकृष्णन जे और लक्ष्मी कृष्णा ने साल 2019 में, अपनी नौकरी छोड़ कर देश-दुनिया की यात्रा करने का फैसला किया और अपना यूट्यूब चैनल 'टिनपिन स्टोरीज' शुरू किया। फिलहाल, वे अपनी कार से ही देश के सात राज्यों की यात्रा कर चुके हैं।

उत्तराखंड के 78 वर्षीय पूर्व IAF पायलट स्टीव लाल ने दिन-रात संघर्ष कर बचाया 140 एकड़ जंगल

By निशा डागर

उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में 140 एकड़ में फैले अपने 'जिलिंग एस्टेट' की देखभाल के लिए 78 वर्षीय स्टीव लाल, भारतीय वायु सेना की नौकरी छोड़ कर वापस आ गए थे और तब से वह यहां पर लगाए अपने बाग, जंगल और जीव-जंतुओं की देखभाल कर रहे हैं।

मेट्रो शहर छोड़, पहाड़ों में बसा यह दंपति, खर्च हुआ कम और जीवन बना बेहतर

By निशा डागर

लवप्रीत और उनकी पत्नी, प्रीति गुरुग्राम की भागदौड़ भरी जिंदगी को छोड़, उत्तराखंड के रामगढ़ में बस गए। जहां वह खेती करते हुए एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी रहे हैं तथा अपने अनुभव को, अपने यूट्यब चैनल ‘पंजाबी ट्रेकर’ के जरिए लोगों से साझा कर रहे हैं।

उत्तराखंड किसान: खुबानी, मशरूम की खेती और प्रोसेसिंग से सालाना टर्नओवर हुआ रु. 25 लाख

By निशा डागर

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हिमरोल गाँव के रहने वाले किसान, भरत सिंह राणा, अपनी ब्रांड, 'यमुना वैली प्रोडक्ट्स' के ज़रिए, अपने खेतों में उगने वाले अनाज, दाल, और फलों की प्रोसेसिंग करके, उत्पादों को बाज़ारों तक पहुंचा रहे हैं!

गाँवों से पलायन रोकने के लिए नौकरी छोड़ शुरू की मशरूम की खेती, 5 करोड़ से अधिक है आय

आज उत्तराखंड में खेती-किसानी के क्षेत्र में दिव्या का एक जाना-माना नाम है। लोग उन्हें ‘मशरूम गर्ल’ के नाम से जानते हैं। खेती कार्यों में उनके उल्लेखनीय योगदानों के लिए साल 2016 में उन्हें भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी द्वारा नारी शक्ति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।

200 गांवों की महिलाओं को जोड़ रुकवाई जंगलों की कटाई और बचा ली कोसी नदी

By निशा डागर

मात्र 12 वर्ष की आयु में विधवा हो चुकीं बसंती बहन के संघर्ष की इस कहानी को पढ़कर आपको अपनी कठिनाईयां छोटी लगने लगेंगी।

मधुमक्खियों को बचाकर किया जंगल का संरक्षण, तितली-पार्क शुरू कर बढ़ाई उत्तराखंड की शान!

अरुण को सेंक्चुरी एशिया मैगजीन की ओर से 2019 का बेस्ट वाइल्ड लाइफ सर्विस अवार्ड प्रदान किया गया है।

24 की उम्र में नौकरी छोड़ कर की मशरूम की खेती, लाखों की कमाई और एक दर्जन को रोजगार भी!

एक टेक्निकल डिग्री पास होने से किसी भी तरह की समस्या के बारे में सोचने और उसे हल करने का तरीका और अंदाज बदल जाता है।

कड़ी मेहनत और जिद के जरिए स्कीइंग में लहराया परचम, पहाड़ की बेटियों के लिए बनीं प्रेरणा-स्रोत

By Sanjay Chauhan

स्कीइंग को हमेशा से ही पुरुषों का खेल माना जाता रहा। लेकिन वंदना ने स्कीइंग में बर्फीली ढलानों पर हैरतअंगेज करतब दिखाकर कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की और इस खेल में पुरुषों के प्रभुत्व को चुनौती देकर महिलाओं के लिए उम्मीदों की नयी राह खोली।

हर साल पहाड़ों पर जाकर हज़ारों लोगों का मुफ्त इलाज करता है यह डॉक्टर!

By निशा डागर

लगभग 35 लोगों की टीम हर साल जुलाई और दिसंबर के महीने में उत्तराखंड में जाकर मेडिकल कैंप लगाती है।