5 साल का अमित, अपने माता-पिता की आर्थिक मदद करने के लिए गुब्बारे बेचता है। मैकलोडगंज के पास भागसुनाग की सड़कों पर खड़े अमित के पांव में चप्पल नहीं है। लेकिन अपनी और दूसरों की परवाह इतनी कि खुद तो मास्क लगाया ही है, दूसरों से भी मास्क पहनने की अपील कर रहे हैं।
COVID-19 महामारी के कारण, उत्तराखंड के सतिंदर रावत की नौकरी जाने के बाद, उन्होंने अपनी पत्नी के साथ मिलकर एक मशरूम व्यवसाय शुरू किया, जिससे आज वे लाखों कमा रहे हैं।
Rajkumari Ratnavati Girls School को न्यूयॉर्क की डायना केलॉग ने डिज़ाइन किया है। राजस्थान में महिला साक्षरता दर महज 32% है। ऐसे में जैसलमेर के कनोई गाँव का यह स्कूल लड़कियों को एक नई उमंग दे रहा है।
कुछ दिनों से इटेलियन लक्ज़री फ़ैशन ब्रांड, Gucci का एक 'फ्लोरल एम्ब्रायडरी ऑर्गेनिक काफ्तान' चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसकी वजह है इसकी कीमत, एक ट्विटर यूजर ने 3,500 डॉलर यानी 2.5 लाख रुपये के इस कुर्ते के बारे में ट्वीट किया था।
यह कहानी है चंडीगढ़ के रहनेवाले छोटू शर्मा की, जिन्हें आज 'माइक्रोसॉफ्ट टेक्नोलॉजी का गुरु' कहा जाता है। आज वह दो आईटी कंपनियां चला रहे हैं और सैकड़ों लोगों को रोजगार दे रहे हैं। लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब छोटू शर्मा खुद दूसरों के यहां नौकरी करते थे।
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में तलिता गाँव के रहने वाले, 74 वर्षीय गुरुचरण प्रधान एक रिटायर्ड शिक्षक और किसान हैं। उन्होंने 'कृषक साथी' नाम से एक कृषि यंत्र बनाया है, जो अकेला ही 10 यंत्रों का काम कर सकता है।