Powered by

Latest Stories

HomeTags List women empowerment

women empowerment

पाँच महिलाएं जिन्होंने उस उम्र में शुरू किया अपना बिज़नेस, जब आप रिटायर होने की सोचते हैं

जानिए कैसे इन पाँच महिलाओं ने ढलती उम्र में संभाली अपने बिज़नेस की डोर।

किसान, बुनकर, कशीदाकार और दर्जी को सीधा जोड़ 100 से ज्यादा महिलाओं को दिया रोज़गार!

By निशा डागर

अभिहारा फाउंडेशन तीन क्लस्टर में काम करती है- इकत, पेदना (कलमकारी) और नारायणपेट (सादा सूती साड़ियाँ)

जॉब के साथ अपना व्यवसाय भी, 150 रुपये से शुरू कर पहुंची लाखों तक!

By निशा डागर

हर्षिता ने अपनी शुरूआत अपने दोस्तों के लिए पर्सनल स्केचबुक बनाने से की थी और अब वह ब्रांड्स को भी डिजाइनिंग सर्विसेज दे रही हैं!

बैंक की नौकरी छोड़ शुरू किया कॉफी का व्यवसाय, 300 से ज्यादा कॉफी किसानों को बनाया सशक्त!

By पूजा दास

"जब मैंने अपना उद्यम शुरू करने का फैसला किया, तो बहुत से लोगों ने मुझे हतोत्साहित किया और उनका मानना था कि बैंक जैसी एक स्थिर नौकरी छोड़ना पागलपन है।" #WomenEntrepreneurs

ड्राइवर से लेकर उद्यमी बनने तक, इस महिला ने 10,000 से अधिक महिलाओं को बनाया सशक्त!

“यह दोष देने या खुद पर तरस खाने का समय नहीं था। मुझे उन हालातों का सामना करना था और उन्हें हर हाल में बेहतर बनाना था।“ - मंदिरा बरूआ

नौकरी छोड़ 10 हजार रुपये से शुरू किया व्यवसाय, आज कई बड़े-बड़े होटल हैं इनके ग्राहक!

नीता ने अपना सफ़र पार्लर में अपने प्रोडक्ट्स सप्लाई करने से शुरू किया था। लेकिन अज रॉयल आर्किड होटेल्स, द पार्क होटल और मणिपाल हॉस्पिटल जैसे बड़े नाम उनके ग्राहकों की लिस्ट में शामिल होते हैं!

पहाड़ी महिलाओं को प्रोसेसिंग के गुर सिखा, उद्यमी बना रहीं हैं यह फ़ूड साइंटिस्ट!

By निशा डागर

"पहले हमारे घरों में माल्टा और निम्बू काफी खराब हो जाते थे लेकिन अब हमें इन्हें प्रोसेस करके जूस, अचार और स्क्वाश जैसी चीजें बनाना आता है। अब हमारे यहाँ कुछ बेकार नहीं जाता।"

मुंबई: 10,000 किसानों के 300 से ज्यादा जैविक उत्पाद सीधे बाज़ार तक पहुंचा रही है यह युवती

By पूजा दास

मुंबई की उद्यमी कहती है, “मेरा अंतिम लक्ष्य छोटे पैमाने के किसान समुदायों को सशक्त बनाना है। मैं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में मदद करना चाहती हूं।'' #FarmersFirst #WomenEntrepreneurs

एक गृहिणी ने टमाटर लगाने से की थी शुरुआत, अब पूरे गाँव की महिलाओं को बना दिया जैविक किसान

महज 10 सदस्यों से शुरु हुए इस समूह में अब 50 महिलाएं शामिल हो चुकी हैं जो सब्जियों, फलों और यहां तक ​​कि धान की खेती करती हैं।

गाँव के लोगों ने श्रमदान से बनाए तालाब, 6 गांवों में खत्म हुई पानी की किल्लत!

By निशा डागर

इन गांवों में हर परिवार के पास अब अपना तालाब है और अब उन्हें न तो घरेलू इस्तेमाल के लिए और न ही सिंचाई के लिए परेशान होना पड़ता है!