Powered by

Latest Stories

HomeTags List West Bengal

West Bengal

कोलकाता से थोड़ी ही दूर बसा है जंगल और तालाब से घिरा यह प्राकृतिक होमस्टे

कोलकाता के नीलांजन चक्रवर्ती ने पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना क्षेत्र में पर्यटकों की मेजबानी के लिए एक ऐसा होमस्टे बनाया है जहाँ कोई भी शहर की भाग-दौड़ वाले ज़िंदगी को भूलकर, शांति और सुकून से समय बिता सकता है।

"मैंने Remdesivir के लिए रु. 12000 दिए, मुझे ठगा गया", जाने आप कैसे रह सकते हैं सावधान

By प्रीति महावर

द बेटर इंडिया की एक स्टाफ मेम्बर संचारी पाल, अपने पिता के इलाज के लिए Remdesivir की खोज में थीं। इस दौरान, इंटरनेट पर किसी शख्स ने उन्हें नकली दवा देकर, उनसे 12 हजार रूपये ठग लिए। वर्तमान में, पश्चिम बंगाल में रह रहीं, संचारी उस घटना के बारे में विस्तार से बता रही हैं।

दो दशक से 5 रुपये में ही बिक रही है यह स्वदेशी जेल पेन, पीछे है एक रोचक कहानी

By पूजा दास

70 के दशक में Linc Pen & Plastic Ltd शुरु की गई थी। कंपनी का उदेश्य भारतीय छात्रों के लिए किफायती दाम पर जेल पेन का विकल्प प्रदान करना था। कंपनी के संस्थापक सूरज मल जलान के बेटे और वर्तमान में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, दीपक जलान ने हमसे बात करते हुए विस्तार से बताया कि कैसे कंपनी ग्रामीण क्षेत्र के साथ शहरों में भी अपनी जगह बनाने में सफल रहा है।

पश्चिम बंगाल में ऑक्सीजन सिलिंडर के लिए इन नबरों पर संपर्क करें

By निशा डागर

पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में ऑक्सीजन सिलिंडर या ऑक्सीजन रिफिल की जानकारी के लिए पढ़ें यह लेख।

नानी-नातिन की जोड़ी ने शुरू किया मिठाई बिज़नेस, 8 महीने में 4 लाख रुपए तक पहुंचा रेवेन्यू

By निशा डागर

कोलकाता की रहने वाली 65 वर्षीया मंजू देवी पोद्दार और उनकी 21 वर्षीया नातिन, याशी चौधरी ने अगस्त 2020 में अपने मिठाई बिज़नेस, 'नानीज़ स्पेशल' की शुरुआत की थी। जिससे उन्हें मात्र आठ महीने में, चार लाख रुपए की कमाई हुई है।

जानिए कैसे एक 90 साल पुरानी डायरी से खुला, कोलकाता से कश्मीर तक की साइकिल यात्रा का राज़

By निशा डागर

आजादी से पहले, चार बंगाली युवकों द्वारा साइकिल पर तय किया गया सफर, यात्रा के प्रति रोमांच, धैर्य और प्रेम को दर्शाता है। 90 सालों से सहेजकर रखी गयी इस डायरी में आसनसोल से लाहौर होते हुए इस यात्रा का पूरा विवरण है।

अंडे के छिलकों तक में पौधे उगातीं हैं यह गृहिणी

By निशा डागर

नैहाटी, पश्चिम बंगाल की रहने वाली नीता सिंह अपने घर में इस्तेमाल होने वाले आटा, दाल, चायपत्ती, चीनी, ओट्स आदि की खाली थैलियों को कचरे में फेंकने की बजाय पौधे उगाने के लिए इस्तेमाल करतीं हैं।

400 सेक्स वर्कर्स के लिए मसीहा हैं 70 वर्षीय अरूप, लॉकडाउन में भी पहुँचाते रहे राशन

By निशा डागर

कोलकाता में रहने वाले 70 वर्षीय अरूप सेनगुप्ता पिछले 4 सालो से 'नोतून जीबोन' नाम से अपना संगठन चला रहे हैं। इसके ज़रिए वह सेक्स वर्कर्स के बच्चों और घरेलू हिंसा की शिकार महिलाओं के लिए काम कर रहे हैं!

कोलकाता के इस पूजा पंडाल में प्रवासी मज़दूर माँ को समर्पित है इस बार माँ दुर्गा की मूर्ती

By द बेटर इंडिया

कोरोना महामारी के दौरान प्रवासी मज़दूरों ने विषम परिस्थितियों में भी जिस तरह हिम्मत दिखाई, उसे सलाम करते हुए कोलकाता के बारिशा क्लब दुर्गा पूजा समिति ने इस बार माँ दुर्गा की मूर्ती को एक प्रवासी मज़दूर माँ का रूप दिया है।