Powered by

Latest Stories

HomeTags List uttarakhand

uttarakhand

उत्तराखंड: फल-सब्जियों की प्रोसेसिंग कर पहाड़ी महिलाओं का जीवन संवार रही हैं ये माँ-बेटी

By निशा डागर

उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में दिव्या और उनकी माँ इंदिरा जंगल पद्धिति से फल, हर्ब्स और सब्जियां उगातीं हैं और इस उपज को प्रोसेस करके 'हिमालयन हाट' के ज़रिए बाज़ार तक पहुंचा रही हैं!

यूरोप की यात्रा ने बदला मन तो दिल्ली की ग्लैमरस लाइफ छोड़ गाँव में शुरू कर दी सेब की खेती

गोपाल इन दिनों अपने आठ एकड़ के बगीचे से लाखों की कमाई कर रहे हैं। इसके अलावा पाँच एकड़ में उन्होंने हल्दी और अदरक उगाया है। इसके साथ ही 7.1 फीट ऊंचा धनिया उगाकर उन्होंने गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी नाम दर्ज करवाया है।

200 गांवों की महिलाओं को जोड़ रुकवाई जंगलों की कटाई और बचा ली कोसी नदी

By निशा डागर

मात्र 12 वर्ष की आयु में विधवा हो चुकीं बसंती बहन के संघर्ष की इस कहानी को पढ़कर आपको अपनी कठिनाईयां छोटी लगने लगेंगी।

सिलबट्टे पर पीसतीं हैं 'पहाड़ी नमक' और सोशल मीडिया के ज़रिए पहुँचातीं हैं शहरों तक!

By निशा डागर

हर महीने उन्हें दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे शहरों से लगभग 35 किलो पहाड़ी नमक के ऑर्डर्स मिलते हैं!

चीड़ पेड़ के पत्तों से बिजली उत्पादन कर महीने के लगभग 45 हज़ार रुपये कमा रहा है यह शख्स!

By निशा डागर

शेखर बिष्ट के मुताबिक, वह हर दिन 250 यूनिट्स बिजली बना रहे हैं, जिसे वह 7.54 रुपये प्रति यूनिट की दर से उत्तराखंड पॉवर कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी को बेच रहे हैं!

गंदा नाला बन चुकी नदी से निकाला 100 ट्रक से ज्यादा कूड़ा, ढूंढा नदी का उद्गम स्थल!

By निशा डागर

शिप्रा नदी के संरक्षण कार्य में वह अब तक अपनी जेब से लगभग 11 लाख रुपये खर्च कर चुके हैं!

कुक से नेचर गाइड बने तौकीर समझते हैं पक्षियों की जुबां, कर रहे प्रकृति का संरक्षण!

बाइनाक्यूलर के जरिये चिड़ियों के व्यवहार और मूवमेंट का अध्ययन करने वाले तौकीर केवल रंग और आवाज से ही कुछ सेकंड्स में चिड़िया का नाम बता देते हैं।

मन की आवाज़ सुन छोड़ी शहरी नौकरी, गाँव लौट बंजर ज़मीन में डाली जान!

नरेन्द्र क्षेत्र के युवाओं के लिए भी स्वरोजगार की नई इबारत लिख रहे हैं। उन्हें देख कई अन्य युवा जैविक खेती की ओर अग्रसर हुए हैं।

उत्तराखंड: नौकरी के साथ अपने छोटे से खेत में जैविक खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं पवन!

By निशा डागर

एक एकड़ से भी कम ज़मीन में पवन ने दाल, रागी, चेरी टमाटर और लैटस जैसी सब्ज़ियों के साथ-साथ लगभग 150 फलों के पेड़ भी लगाएं हैं!