उत्तराखंड में बागेश्वर जिले के सामा गाँव में रहने वाले 72 वर्षीय भवान सिंह, कीवी की खेती और नर्सरी तैयार कर रहे हैं, जिससे वह सालाना 10 लाख रुपए से ज्यादा कमाते हैं।
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में सिरकोट गाँव के रहने वाले 55 वर्षीय जगदीश चंद्र कुनियाल ने पिछले 30 सालों में लगभग 15000 पेड़-पौधे लगाकर, गाँव के पुराने झरने को एक बार फिर से जीवित कर दिया है।
देहरादून के मोथरोवाला में रहने वाली, मालती हलदार ने लॉकडाउन में अपनी नौकरी खोने के बाद, आपदा को अवसर में बदलते हुए, अपने बचपन के सपने को पूरा करने के लिए, 'Mal_Cui' नाम से अपने एक होम किचन की स्थापना की। अब, वह पांच महिलाओं को रोजगार दे रही हैं।
त्रिशूर, केरल के एक दंपति, हरीकृष्णन जे और लक्ष्मी कृष्णा ने साल 2019 में, अपनी नौकरी छोड़ कर देश-दुनिया की यात्रा करने का फैसला किया और अपना यूट्यूब चैनल 'टिनपिन स्टोरीज' शुरू किया। फिलहाल, वे अपनी कार से ही देश के सात राज्यों की यात्रा कर चुके हैं।
लवप्रीत और उनकी पत्नी, प्रीति गुरुग्राम की भागदौड़ भरी जिंदगी को छोड़, उत्तराखंड के रामगढ़ में बस गए। जहां वह खेती करते हुए एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी रहे हैं तथा अपने अनुभव को, अपने यूट्यब चैनल ‘पंजाबी ट्रेकर’ के जरिए लोगों से साझा कर रहे हैं।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हिमरोल गाँव के रहने वाले किसान, भरत सिंह राणा, अपनी ब्रांड, 'यमुना वैली प्रोडक्ट्स' के ज़रिए, अपने खेतों में उगने वाले अनाज, दाल, और फलों की प्रोसेसिंग करके, उत्पादों को बाज़ारों तक पहुंचा रहे हैं!
उत्तराखंड मेट्रो के लिए असिस्टेंट मैनेजर, पीआरओ, जेई, लीगल असिस्टेंट, सर्वेयर और अन्य पदों पर भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन आमंत्रित किये गए हैं!