मिलिए पुणे के निखिल सावलापुरकर और परिधि गुप्ता से, जिन्होंने सात महीने में लद्दाख की यात्रा किसी बाइक या जीप के बजाय पैदल की है। मगर उन्होंने क्यों किया ऐसा और क्या सीख मिली इससे उन्हें, जानने के लिए ज़रूर पढ़ें उनकी कहानी।
मिलिए, दिल्ली के 63 वर्षीय अमरजीत सिंह चावला से, जिन्होंने 60 साल की उम्र में अपनी कार से 33 देशों की यात्रा, 145 दिनों में पूरी करके अपने 40 साल पुराने सपने को पूरा कर लिया।
दिल्ली के रहनेवाले वेंकटेश और सुभा नारायणं अपने बेहतरीन ट्रेवल वीडियोज़ की वजह से हमेशा सोशल मीडिया में छाए रहते हैं। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ये दोनों कोई दोस्त नहीं, बल्कि माँ-बेटे की जोड़ी है।
मुंबई के 24 वर्षीय रजत शुक्ला एक साल से एक लम्बी ट्रिप पर हैं। इस दौरान वह लोगों से कुछ सीखते हैं और उन्हें कुछ सिखाते हैं। इसी तरह वह अपने रहने -खाने और घूमने का इंतजाम भी करते हैं। पढ़ें उनके इस अनोखे ट्रिप की कहानी।
नोएडा के रहने वाले 24 वर्षीय यति गौर पैदल ही देश के अलग-अलग हिस्सों की यात्रा कर रहे हैं। उन्होंने अब तक उत्तराखंड, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश की पैदल यात्रा करते हुए 2700 किमी से ज्यादा का सफर तय किया है।
उत्तराखंड की 'ट्रैकिंग गर्ल' देवेश्वरी बिष्ट ने अपनी नौकरी छोड़कर, अपना ट्रेवल स्टार्टअप शुरू किया, जिसके जरिए वह देश-दुनिया को पहाड़ों की संस्कृति और खूबसूरती से परिचित करा रही हैं।
यात्रा की शौक़ीन केरल की मित्रा सतीश ने अपने 10 साल के बेटे के साथ, एक शानदार रोड ट्रिप पूरी की है। उन्होंने दक्षिण भारत से लेकर, देश के पूर्वोतर राज्यों के गांवों में छिपी कला को करीब से जानने के लिए, 16,804 किलोमीटर की यात्रा की।