रिटायर होने के बाद, थोडुपुझा (केरल) के रहनेवाले पुन्नूस जैकब ने खेती के अपने शौक़ को आजमाने का फैसला किया। आज वह ‘मंगलम फूड्स' ब्रांड के तहत, ताज़ा सब्जियां बेच रहे हैं।
सोख समुंदर यानी जलकुंभी (Jalkumbhi को एक बेकार जलीय पौधा माना जाता है। लेकिन इसके औषधीय गुण डायबिटीज से लेकर कैंसर तक में कारगर है। जानिए इसे गमले में उगाने का तरीका।
इंदौर में रहने वाली 65 वर्षीया चेतना भाटी को बचपन से ही बागवानी से काफी लगाव था। उन्होंने टेरेस गार्डनिंग की शुरुआत, 4 साल पहले सात-आठ फूलदार पौधों से की थी और आज उनके पास 150 से अधिक पौधे हैं। पढ़िए बागवानी की यह प्रेरक कहानी!
जॉन शेरी, केरल के कृषि फार्म इनोवेशन ब्यूरो में असिस्टेंट डायरेक्टर हैं। चलिए उनसे जानें कि घर पर बिना मिट्टी के potting mix बनाकर, टमाटर, लोबिया, भिंडी, करेला, लौकी, मिर्च, बैंगन आदि कैसे उगा सकते हैं।
महाराष्ट्र के सोलापुर में रहने वाले गौरव जक्कल और उनका परिवार पिछले 50 सालों से गार्डनिंग कर रहा है। यह टेरेस गार्डन उनकी दादी, लीला ने शुरू किया था, जो आज एक मशहूर नर्सरी का रूप ले चुका है।
गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश की रहने वाली शालिनी गर्ग, नौकरी के साथ-साथ, पिछले दस सालों से गार्डनिंग भी कर रही हैं। आज उनके टेरेस गार्डन में 300 से ज्यादा पेड़-पौधे हैं।