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Sustainable house

9-5 जॉब व शहरी जीवन छोड़ लवप्रीत और प्रीती ने शुरू की खेती, पहाड़ पर जी रहे सस्टेनेबल लाइफ

By पूजा दास

गुरुग्राम के रहनेवाले एक आम शहरी कपल, जो उत्तराखंड गए तो छुट्टियां मनाने, लेकिन वहीं के होकर रह गए। आसान नहीं था अपनी जॉब छोड़कर आना और सस्टेनेबल लाइफ चुनना! लेकिन आज लवप्रीत और प्रीती खेती कर एक सुकून भरी ज़िंदगी जी रहे हैं।

कारीगरों ने छोड़ा काम फिर कैसे तैयार हुआ मिट्टी का यह होम स्टे, जहां आते हैं कई सेलिब्रिटी

By प्रीति टौंक

बेंगलुरु के राजीव बालाकृष्णन, आज से 10 साल पहले अपने एक दोस्त को कलरीपयट्टु स्कूल बनाने के लिए ज़मीन दिलाने गए थे, उसी समय उन्होंने खुद के लिए भी एक जमीन खरीदी। आज यह खूबसूरत औरा कलरी ईको फ्रेंडली होमस्टे आकर्षण का केंद्र बन गया है।

दो दोस्तों ने नौकरी छोड़ शुरू की अपनी कंपनी, हजारों साल पुरानी परंपरा से बनाते हैं घर

तमिलनाडु के कोयम्बटूर के रहनेवाले श्रीनाथ गौतम और विनोथ कुमार ने साल 2018 में सस्टेनेबल आर्किटेक्चर को बढ़ावा देने के लिए ‘भूता आर्किटेक्ट्स’ की शुरुआत की। पढ़ें, कहां से मिली उन्हें इसकी प्रेरणा?

पत्थर, मिट्टी के ब्लॉक और कटोरों का इस्तेमाल कर बनाया घर

By निशा डागर

बेंगलुरु के बिद्दप्पा सी बी का घर इको-फ्रेंडली और सस्टेनेबल तरीकों से बना है, जहां भरपूर मात्रा में प्राकृतिक रौशनी और ताज़ी हवा आती है।

40 फ़ीट ऊँचे आम के पेड़ पर बनाया घर, वह भी बिना कोई टहनी काटे

By निशा डागर

उदयपुर में रहने वाले कुल प्रदीप सिंह ने आम के पेड़ पर अनोखा 'ट्रीहाउस' बनाया है, वह भी बिना कोई टहनी काटे।

इस आर्किटेक्ट ने 100 साल पुराने स्कूल को दिया नया रूप, सैकड़ों पेड़ों को कटने से बचाया

महाराष्ट्र के नासिक में 100 साल पुराना एक स्कूल है। स्कूल प्रबंधन की इच्छा थी कि स्कूल भवन को तोड़कर फिर से बनाया जाए, लेकिन आर्किटेक्ट धनंजय ने इस स्कूल को न केवल टूटने से बचा लिया, बल्कि इसे फिर से एक नया जीवन भी दिया है।

परंपरागत “जाली” तकनीक का इस्तेमाल कर बनाया ईको-फ्रेंडली हॉस्टल, करीब आधी हुई AC की जरुरत

दिल्ली स्थित जेडईडी लैब के निदेशक सचिन रस्तोगी का मानना है सचिन के विचारों में, जीवन की गुणवत्ता में तभी सुधार होता है, जब सभी हितधारकों के साथ-साथ पर्यावरण को भी लाभ हो। उनका यह विचार, उनके आवासीय परियोजनाओं से लेकर व्यावसायिक परियोजनाओं में दिख जाता है।

इनके प्रयासों से बना मध्य-भारत का पहला सोलर किचन, बदल दी हज़ारों महिलाओं की तकदीर!

जनक दीदी के सौर ऊर्जा से संचालित घर में अब तक 85,000 लोग आकर सस्टेनेबल लिविंग के गुर सीख चुके हैं।