पढ़िए गुजरात के इस शिक्षक दंपति की कहानी, जिनका घर पूरी तरह से प्रकृति पर आधारित है। बिजली से लेकर पानी तक, यहाँ सबकुछ सोलर और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम पर चलता है।
वारंगल जिले में गोपालपुरम गाँव के रहने वाले राजू मुप्परापु ने एक सामान्य साइकिल में बदलाव करके इसे सौर ऊर्जा से चलने वाली साइकिल में तब्दील कर दिया है। इससे पहले भी वह कई आविष्कार कर चुके हैं।
पुणे के रहने वाले अभिषेक माने और उनका परिवार पिछले 4 सालों से घर में बिजली की आपूर्ति तथा अपने चार इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज करने के लिए, सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर रहे हैं। महीने में उनका बिजली बिल सिर्फ 70 रूपये आता है।
"मुझे लगता है कि देश का भविष्य सोलर एनर्जी में है। खासतौर पर गाँव के हर घर में सोलर प्लांट होना चाहिए क्योंकि इससे एक तो आपको 24 घंटे बिजली मिलेगी और साथ ही, एक बार की लागत के बाद आपको कोई खर्चा नहीं करना पड़ेगा!"- किसान नरेंद्र कुमार
सिमरप्रीत सिंह का सिर्फ एक उद्देश्य है क्लीन और ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में भारत को सबसे आगे लेकर जाने का और साथ ही, देश में सोलर को घर-घर तक पहुंचाने का।