वैसे तो दाल की कई वैराइटीज़ काफ़ी फेमस हैं, लेकिन जब बात दाल मखनी की आती है तो मुंह में पानी आना तो लाज़मी है। काली दाल और राजमा में क्रीमी मक्खन का स्वाद किसी के भी दिल में तुरंत जगह बना ले। चावल हो या तंदूरी रोटी, हर चीज़ के साथ इसकी जोड़ी हिट है! लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह स्वाद आख़िर आया कहां से?
दिल्ली में रहने वाली हिरण्यमयी शिवानी और उनकी बहू मंजरी सिंह ने लॉकडाउन के दौरान अपने क्लाउड किचन की शुरुआत की। 'द छौंक' के बिहारी व्यंजनों का स्वाद आज पूरे शहर में मशहूर है और यह बिज़नेस हर महीने लगभग 4 लाख रुपये कमा रहा है।
62 वर्षीय स्मिता सुरेंद्रनाथ ब्लागन ने अपनी सरकारी नौकरी से रिटायर होने के बाद अपने उस सपने पर ध्यान दिया जिसे वह हमेशा से पूरा करना चाहती थीं। उन्होंने गोवा के सिरिदाओ में लेक व्यू रेस्टोरेंट शुरू किया है।
ठाणे में रहनेवाली ललिता पाटिल के पति के बिज़नेस में जब नुकसान होने लगा, तो उन्होंने अपने खाना पकाने के शौक़ को 'घराची आठवण' में बदल दिया। यहां वह घर से दूर रहनेवाले छात्रों और दूसरे कामकाजी लोगों के लिए स्वादिष्ट घर का खाना बनाती और बेचती हैं।
काम की तलाश में कर्नाटक से मुंबई आए, नारायण पुजारी ने कैंटीन में सफाई करने से की थी अपने काम की शुरुआत। आज शहर के मशहूर Shiv Sagar Resaturant सहित कई रेस्टोरेंट के मालिक बनकर सलाना 50 करोड़ का टर्नओवर कमा रहे हैं।