वडोदरा, गुजरात के मोहनलाल चौहान (77) और उनकी पत्नी लीलाबेन (71) ने अपनी 47 साल पुरानी बुलेट में, 30 हजार किलोमीटर की भारत यात्रा की हैं। चार बड़ी और शानदार ट्रिप के दौरान घूमें देश के सभी राज्य।
70 के दशक में Linc Pen & Plastic Ltd शुरु की गई थी। कंपनी का उदेश्य भारतीय छात्रों के लिए किफायती दाम पर जेल पेन का विकल्प प्रदान करना था। कंपनी के संस्थापक सूरज मल जलान के बेटे और वर्तमान में कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर, दीपक जलान ने हमसे बात करते हुए विस्तार से बताया कि कैसे कंपनी ग्रामीण क्षेत्र के साथ शहरों में भी अपनी जगह बनाने में सफल रहा है।
गर्मियों के मौसम में हम घर पर बड़ी आसानी से कुछ ऐसी सब्जियां उगा सकते हैं, जिन्हें गर्म तापमान की जरूरत होती है। अगर आप अब भी सोच में हैं कि मई के महीने में कौन सी सब्जियां लगाएं, तो आपकी परेशानी हम थोड़ी आसान बना देते हैं।
एक चार्ज में 75 किलोमीटर तक दौड़ने वाला यह E-scooter, IIT दिल्ली के स्टार्टअप Geliose Mobility द्वारा बनाया गया है। मात्र 20 पैसे प्रति किमी के खर्च पर चलने वाले इस EV का नाम रखा गया है 'HOPE'!
लक्षद्वीप के रहनेवाले अली मणिकफन सिर्फ सातवीं कक्षा तक ही पढ़ाई की थी। लेकिन, इस साल उन्हें 'ग्रासरूट्स इनोवेशन' की श्रेणी में पद्म श्री से सम्मानित किया गया। जानिए 14 भाषाएँ जानने वाले इस बिना डिग्री के विद्वान की अद्भुत कहानी!
चेन्नई की अर्चना स्टालिन अपने स्टार्टअप ‘myHarvest’ के ज़रिए, जैविक खेती करने वाले किसानों का एक समुदाय बनाया है, जो ग्राहकों को सीधा किसानों से जोड़ने का काम करता है। लॉकडाउन के दौरान उनके स्टार्टअप ने तकरीबन एक करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया।
जयंतराव सलगांवकर ने 70 के दशक में ‘कालनिर्णय’ कैलेंडर की शुरुआत की थी। आज यह नौ भाषाओं (मराठी, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, तमिल और तेलुगु) में उपलब्ध हैं। आईए जानते हैं कालनिर्णय के अस्तित्व में आने की दिलचस्प कहानी।