नंदा कुमार ने अपने गाँव में चार डंपिंग यार्ड और दो प्राइमरी स्कूलों की खाली जगहों को मिनी फार्म में बदला है। यहाँ पर उगने वाली सब्ज़ियां गाँव के लोगों द्वारा और मिड डे मील के लिए इस्तेमाल किया जाता है!
'रूरल मार्केटिंग गुरु' के नाम से प्रसिद्ध इस किसान ने अब तक 5000 से भी ज़्यादा किसानों को जैविक खेती, वैल्यू एडिशन, मार्केटिंग आदि की मुफ्त ट्रेनिंग भी दी है।
इस साल 'द बेटर इंडिया' पर जिन भी किसानों की कहानियाँ लिखी गयी हैं, सभी अपने आप में खास हैं। पर आज हम उन कहानियों को एक बार फिर आपके सामने रख रहे हैं, जिन्हें आपने सबसे ज़्यादा पढ़ा और सराहा है!
योगेश के घर वाले चाहते थे कि वे सरकारी नौकरी की तैयारी करे लेकिन योगेश ने खेती को चुना और 7 किसानों के साथ मिलकर जीरे की आर्गेनिक खेती शुरू की। आज उनका यह सफर 3000 किसानों के साथ जापान और अमेरिका तक पहुँच चुका है!