ओडिशा के मलकानगिरी में सुमित सामल और प्रियम बेबर्ता इंजीनियर हैं और साथ ही, अपना फ़ूड बिज़नेस, 'Engineer's Thela' चला रहे हैं, जिसके तहत वे हर दिन 100 से ज्यादा प्लेट बिरयानी ग्राहकों को खिला रहे हैं।
ओडिशा की स्वस्ति पटनायक ने अपने पिता की मदद से Fibre-Reinforced Plastic के किफायती और मजबूत पोर्टेबल घर बनाए हैं। मात्र तीन लाख रुपये में बना इनका 1BHK घर, भूकंप में भी रह सकता है सुरक्षित।
ओड़िशा के रहनेवाले किसान, जलंधर पटेल के पास खेत और घर भले ही बड़ा न हो, लेकिन उनका दिल बहुत बड़ा है। सिर्फ चार एकड़ खेत से, वह अपने परिवार का खर्च चलाने के साथ-साथ, 25 बेसहारा बुजुर्गों को भी आसरा दे रहे हैं।
भुवनेश्वर में अपना खुद का फैशन ब्रांड, 'Lady Ben' चलाने वाली बेनोरिटा दाश शहर भर के दर्जी, बुटीक हाउस और कपड़ा फैक्ट्री में बचने वाले वेस्ट कपड़ो को इकट्ठा करके नयी-नयी चीज़ें बनाती हैं। उनके बनाए 'सस्टेनेबल' प्रोडक्ट जैसे बैग, ज्वेलरी, ड्रेस, कुशन कवर आदि की शहर में खूब मांग है।
ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले में तलिता गाँव के रहने वाले, 74 वर्षीय गुरुचरण प्रधान एक रिटायर्ड शिक्षक और किसान हैं। उन्होंने 'कृषक साथी' नाम से एक कृषि यंत्र बनाया है, जो अकेला ही 10 यंत्रों का काम कर सकता है।
ओडिशा में बारगढ़ जिले के गोड़भगा में रहने वाली जयंती प्रधान एक प्रगतिशील महिला किसान हैं। जानिए कैसे, दूसरे किसानों के खेत से मिली बेकार पराली से उन्होंने अपने मशरूम की खेती को आगे बढ़ाया।
ओडिशा के कालाहांडी जिले में संचरगाओं के रहने वाले किसान, कृष्ण चंद्र नाग अपने खेत में आम, केला और मौसमी सब्जियां उगाने के साथ-साथ मछली पालन और मुर्गी पालन भी कर रहे हैं, जिससे उनकी कमाई लाखों में हो रही है।
करोड़ों का राजस्व अर्जित करने वाली टेक्नोलॉजी और इनोवेशन कंसल्टिंग फर्म ‘IPexcel’ की स्थापना के बाद, ओडिशा की मधुमिता अग्रवाल अब अपने पति दिनकर अग्रवाल के साथ, एक इलेक्ट्रिक वाहन कंपनी ‘OBEN’ का नेतृत्व कर रही हैं।
मुंबई में रहने वाले धर्मेंद्र कर, एक पर्यावरण संरक्षक हैं। उन्होंने ओडिशा और मुंबई में, अब तक 8000 से ज्यादा पेड़-पौधे लगवाए हैं और मुंबई की खारघर झील को साफ करके संरक्षित किया है। इसके लिए, उन्हें 'वाटर हीरो 2020' पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।