चार साल की उम्र में नीबू का एक पेड़ लगाने के बाद पौधों से ऐसा प्यार हुआ कि 10 साल की ईहा दीक्षित ने International Young Eco Award सहित 167 अवॉर्ड जीत लिए।
मेरठ के एक 24 वर्षीय छात्र, करण गोयल ने, अपने पांच दोस्तों के साथ मिलकर, सिर्फ 2500 रूपये में एक ऐसा उपकरण तैयार किया है, जो लगभग 150 लीटर दूध बचाने में मदद करता है।
मेरठ की सना खान ने ‘एसजे ऑर्गेनिक्स’ वर्मीकंपोस्टिंग कंपनी तब शुरू की थी जब वह बी.टेक के चौथे वर्ष में थीं। आज सना की कंपनी न केवल सालाना एक करोड़ रुपये कमाती है बल्कि 30 से ज़्यादा लोगों को रोज़गार भी देती है।
"बचपन में अपनी कई सहेलियों को किताबें न होने की वजह से पढ़ाई छोड़ते हुए देखा था। इसलिए हमेशा मेरे मन में यह चाह रही कि मैं ऐसा कुछ करूँ कि कम से कम किताबों के अभाव में कोई पढ़ाई न छोड़े।"- अमिता शर्मा
उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, उड़ीसा, असम सहित कुल 14 राज्यों में करीब आठ हजार यूनिट स्थापित हैं। इनमें 80 के करीब यूनिट्स अकेले मेरठ जिले में हैं।
सालों के अथक प्रयास के बाद, रमन कांत उत्तर-प्रदेश की काली नदी के उद्गम को पुनर्जीवित करने में सफल रहे हैं। 598 किमी तक बहने वाली इस नदी के किनारे 1200 गाँव और कस्बे बसे हुए हैं!