ऑर्गेनिक फार्मिंग से लेकर कम्पोस्टिंग तक, सब सीख सकते हैं मंगलुरु के नज़दीक केपु गाँव में बसे इस अनोखे 'वारानाशी फार्मस्टे' में। साथ ही यहाँ आने वाले मेहमान कायाकिंग और स्विमिंग जैसी कई एक्टिविटीज़ में भी भाग ले सकते हैं।
‘स्कॉलरशिप मास्टर’ के नाम से जाने जाने वाले दक्षिण कन्नड़ के नारायण नाइक सरकारी हाई स्कूल के रिटायर्ड शिक्षक हैं, जिन्होंने पिछले कई सालों में एक लाख से ज़्यादा छात्रों के जीवन को बदला है और उन्हें करोड़ों की स्कॉलरशिप्स दिलाईं हैं।
कर्नाटक के सात्विक एस और प्रदीप खंडेरी Suraksha Mudblock नाम की एक कंपनी चलाते हैं। यहां इंटरलॉकिंग मड ब्रिक विधि का इस्तेमाल करके मिट्टी के घर बनाए जाते हैं, जिससे पर्यावरण को नुकसान भी नहीं होता और खर्च भी कम होता है।
त्रिशूर, केरल के एक दंपति, हरीकृष्णन जे और लक्ष्मी कृष्णा ने साल 2019 में, अपनी नौकरी छोड़ कर देश-दुनिया की यात्रा करने का फैसला किया और अपना यूट्यूब चैनल 'टिनपिन स्टोरीज' शुरू किया। फिलहाल, वे अपनी कार से ही देश के सात राज्यों की यात्रा कर चुके हैं।
कर्नाटक के उत्तरी और दक्षिणी इलाकों में किसान हर महीने 700 किलोग्राम स्ट्रॉबेरी सफलतापूर्वक उगा रहे हैं। इसके अलावा, यहाँ किसान लाल गोभी, ड्रैगन फ्रूट, ब्रोकली, ज़ुकीनी, आईसबर्ग लैटस, लाल-पीली शिमला मिर्च आदि विभिन्न विदेशी फल-सब्जियां उगाने में भी अपने हाथ आजमा रहे हैं।