दिल्ली के व्यवसायी तरुण बंसल ने अपनी पत्नी सुनैना और दो बेटियों के साथ, छह महीने में 26 हजार किलोमीटर की road Trip की। इस दौरान, वे 15 राज्यों के 300 गावों में घूमे और देश के 500 से अधिक मंदिरों के इतिहास के बारे में जाना।
बीकानेर, राजस्थान के एक छोटे से गाँव में जन्में प्रेमसुख डेलू ने बड़ी कठिनाइयों में अपना बचपन बिताया, लेकिन अपनी कड़ी मेहनत की वजह से आज वह एक IPS अफसर बनकर देश की सेवा कर रहे हैं।
पंजाब के फाजिल्का में गांव ढिंगावाली के रहने वाले 60 वर्षीय किसान, सुरेंद्र पाल सिंह अनाज, दलहन, तिलहन और फलों के साथ-साथ, देसी कपास की भी जैविक खेती करते हैं। वह खुद अपने कपास की प्रोसेसिंग कर, इससे त्वचा के लिए उपयुक्त जैविक कपड़े भी बनवा रहे हैं।
मुंबई के रहने वाले पंकज नेरुरकर ने, लॉकडाउन में अपना रेस्तरां बंद होने की वजह से आजीविका के लिए, अपनी नैनो कार में ‘नैनो फूड स्टॉल’ शुरू किया। जिसमें वह सीफूड बेचते हैं और हर रोज लगभग 150 ग्राहकों को खाना खिला कर, एक लाख रुपये/माह कमा रहे हैं।
केरल के मलप्पुरम के रहने वाले जमशीर को बचपन से ही खेती और पशुओं से खास लगाव था। इसलिए उन्होंने इंजीनियरिंग करने के बाद भी इसी में अपना कैरियर बनाने का फैसला किया। आज वह आधुनिक तरीके से डेयरी फार्मिंग कर, हर महीने एक लाख रुपये कमा रहे हैं। पढ़िए उनकी प्रेरक कहानी!
लातूर, महाराष्ट्र के किसान मकबूल शेख ने पुरानी बुलेट मोटरसाइकिल का इस्तेमाल करके 10 एचपी बुलेट ट्रैक्टर का आविष्कार किया है और अब तक 140 किसान उनसे यह ट्रैक्टर खरीद चुके हैं।
पुलिस के लिए हमारे मन में अक्सर एक नकारात्मक छवि रहती है। लेकिन, आंध्र प्रदेश के कोशी बग्गा पुलिस स्टेशन में एसआई के रूप में तैनात कोट्टुरू सिरीशा ने एक लावारिस लाश को 2 किमी तक कंधा देकर, एक नई मिसाल कायम की है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में रहने वाले वैभव अग्रवाल ने MNC की नौकरी छोड़, अपने पिता की किराने की दुकान को संभालने का फैसला किया। आज वह The Kiryana Store Company से हर साल करोड़ों का बिज़नेस कर रहे हैं।
2010 बैच के IRS अधिकारी, सुरेश लखावत के प्रयासों का नतीजा है कि आज, तेलंगाना के एक छोटे से गाँव सर्वापुरम में, सड़क से लेकर स्कूल तक की बेहतर सुविधा है।