मुंबई की हेमांगी और प्रशांत नकवे ने अपने बिज़नेस 'हेमा की वेज रसोई' के जरिए, दो सालों में ही 10 हजार लोगों तक स्वादिष्ट और हेल्दी महाराष्ट्रीयन डिश नए ट्विस्ट के साथ पहुंचाया है।
ओडिशा के सब्यसाची पटेल पहले थर्माकॉल, फल-सब्जियों में नक्काशी का काम करते थे। वहीं लॉकडाउन में, उन्होंने नारियल के खोल से प्रोडक्ट्स बनाना शुरू किया, जिन्हें वह ऑनलाइन बेच रहे हैं।
श्रीनगर में रहनेवाली 25 वर्षीया इंजीनियर, महक परवेज़ ने पिछले साल लॉकडाउन के दौरान, घर पर ही तरह-तरह की डिज़ाइनर मोमबत्तियां बनाना शुरू किया था। अब अपनी बनाई मोमबत्ती को वह ‘shamaaque_by_mehak’ के जरिए ग्राहकों तक पहुंचा रही हैं।
चेन्नई में रहने वाली सोनम सुराना ने अपनी सास की रेसिपीज से Prem Eatacy नामक ऑनलाइन फ़ूड बिज़नेस शुरु किया है, जहाँ वह घर में बनाए गोंगुरा चटनी और मोलागापोडी जैसे उत्पाद बेचती हैं।
चंडीगढ़ के रहने वाले भाई-बहन, वृत्ति नरूला और पार्थ नरूला ने लॉकडाउन के दौरान, अपने खेतों में उगी जैविक स्ट्रॉबेरी को लोगों तक पहुंचाना शुरू किया था। आज अपने ब्रांड नाम ‘फ्रेशविल’ के जरिए, वे ताजा स्ट्रॉबेरी के साथ-साथ, जैम, क्रश, स्लश जैसे खाद्य उत्पाद भी लोगों को उपलब्ध करा रहे हैं।