राजस्थान के गर्म इलाके में, जहाँ पौधे उगाना लगभग नामुमकिन जैसा लगता है, ऐसे में बाड़मेर के आनंद माहेश्वरी ने अपने घर पर 150 से अधिक किस्म के हजारों पौधे उगाए हैं, वह भी खाली डिब्बों और प्लास्टिक बैग्स में।
शहर में जगह और समय की कमी की वजह से जो लोग चाहते हुए भी सब्जियां नहीं उगा पा रहे, उनकी मदद कर रहा है मिथिलेश का स्टार्टअप ‘वेज रूफ’। पढ़ें कैसे एक इंजीनियर ने शुरू किया शहर में खेती करना।
छपरा की रहनेवाली सुनीता प्रसाद ने अपनी सूझ-बूझ दिखाते हुए एक PVC पाइप और बांस की मदद से बेहतरीन वर्टिकल गार्डन तैयार किया है। जिसमें बेहद ही कम जगह में ढेरों सब्जियां उगाई जा सकती हैं। आप भी सीखें पौधे उगाने का यह तरीका।
बोकारो की रेशमा रंजन को बचपन में उनके नाना-नानी ने पौधे उगाना सिखाया था। लेकिन आज वह सोशल मीडिया के जरिए लाखों लोगों को गार्डनिंग सिखाकर महीने के लाखों रुपये कमा रही हैं।