उत्तराखंड की काकुली विश्वास पिछले दो सालों से दिल्ली में एक फ़ूड स्टॉल चला रही हैं, ताकि अपने एक दिव्यांग बेटे और दो बेटियों को पढ़ा-लिखाकर आत्मनिर्भर बना सकें।
दिल्ली में रहने वाली हिरण्यमयी शिवानी और उनकी बहू मंजरी सिंह ने लॉकडाउन के दौरान अपने क्लाउड किचन की शुरुआत की। 'द छौंक' के बिहारी व्यंजनों का स्वाद आज पूरे शहर में मशहूर है और यह बिज़नेस हर महीने लगभग 4 लाख रुपये कमा रहा है।
दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम के जंक्शन पर हर रोज दोपहर 12.30 बजे से शाम 4 बजे के बीच सफेद रंग की ऑल्टो कार आती है। करन और अमृता गाड़ी की डिक्की खोलते हैं और अंदर से चमचमाते हुए स्टील के कंटेनर बाहर निकालते हैं, जिनमें से गरमा-गरम राजमा, छोले, कढ़ी, चावल और ठंडी-ठंडी छाछ की निकलती खुशबू आस-पास फैल जाती है।
जॉब जाने पर, गुरुग्राम की साक्षी गुहा ने अपनी माँ, दीपा गुहा के साथ मिलकर, ‘Bengali Love Cafe' शुरू किया। यहाँ आपको घर का बना, बेहद लज़ीज़ बंगाली खाना मिलेगा, जिसे आप ज़ोमैटो, स्विगी, मैजिक पिन, इंडिया मार्ट, बे, फटाफट जैसे ऑनलाइन प्लेटफार्म पर भी ऑर्डर कर सकते हैं।
संदीप सिंह द्वारा ब्लू ट्राइब फूड की शुरुआत नवंबर 2020 में की गई। इसके द्वारा फिलहाल, इकोफ्रेंडली Plant-Based Chicken Nuggets को पेश किया जा रहा है। वे जल्द ही ‘प्लांट बेस्ड चिकन कीमा’ को पेश करेंगे।
केरल की फूड एंटरप्रेन्योर रनिता शाबू ने अपने बिजनेस की शुरुआत 2005 में की थी। इसके तहत वह इडली से लेकर, इडियप्पम, वट्टायप्पम, चक्कायदा, चक्का वट्टायप्पम, नय्यप्पम, उन्नीअप्पम, कोज्हुकत्ती और पलाप्पम जैसे दक्षिण भारतीय व्यंजनों को सर्व करती हैं।
मुंबई के अक्षय पारकर पहले इंटरनेशनल क्रूज में बतौर शेफ नौकरी कर चुके हैं, लेकिन कोरोना महामारी के कारण उनकी नौकरी छिन गई। अचानक अपनी नौकरी छिन जाने के कारण, वह काफी हताश हो गए। लेकिन, उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और खुद का वेंचर “5 स्टार बिरयानी” शुरू करने का फैसला किया।
मुंबई में रहने वाली गार्गी पारखे मूल रूप से एक कॉलेज स्टूडेंट हैं और लॉकडाउन के दौरान उन्होंने जब देखा कि लोग अपने घरों से दूर फंसे हैं और होटल बंद होने की वजह से उन्हें खाना आसानी से नहीं मिल रहा है, तो ऐसी स्थिति में उन्होंने अपनी माँ के साथ मिलकर खाने की होम डिलीवरी सर्विस शुरू कर दी।