खनन गतिविधियों से झारखंड के कई जिलों में प्रदूषण, जैव विविधता असंतुलन और बंजर जमीनें बढ़ रही हैं। ऐसे समय में एक पहल ने जैव विविधता एवं पर्यावरण संरक्षण को बहाल कर एक मिसाल कायम कर दी है।
अब तक 40 हजार से अधिक पेड़ लगा चुके रुद्रप्रयाग जनपद के राजकीय प्राथमिक विद्यालय, कोट तल्ला के शिक्षक सतेंद्र सिंह भंडारी ने पर्यावरण संरक्षण का जो अभियान शुरू किया, वह आज भी जारी है।
राजस्थान के बीकानेर जिले में राजकीय डूंगर कॉलेज में समाजशास्त्र के प्रोफेसर श्याम सुन्दर ज्याणी अब तक "पारिवारिक वानिकी" के तहत लगभग 2,620 गांवों में 2,60,000 परिवारों से जुड़कर लगभग 7,40,000 पेड़ लगवा चुके हैं। उन्होंने 'किसान इंटरनेशनल' यूट्यूब चैनल और 'माय फारेस्ट' व 'ग्रीन लीडर' जैसे दो एप भी शुरू किये हैं।