Powered by

Latest Stories

HomeTags List Eco friendly and sustainable

Eco friendly and sustainable

कोनोहा ईको फार्मस्टे: मिट्टी का बना पारंपरिक कोंकनी घर!

आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी से दूर पुराने समय से जुड़ना, पारंपरिक मिट्टी के घर में रहना और देसी जीवनशैली का अनुभव करना चाहते हैं, तो अदिति मुजुमदार का 'कोनोहा' ईको स्टे है बिलकुल परफेक्ट!

लोगों ने जिन्हें कहा भंगारवाली, प्लास्टिक बोतलें इकट्ठा कर उन्होंने बना डाला ईको-फ्रेंडली घर

जो प्लास्टिक की बोतलें हमें अकसर कचरे के ढेर में पड़ी नज़र आती हैं और सदियों तक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं.. औरंगाबाद की दो सहेलियों नमिता कपाले और कल्याणी भारम्बे ने वही हज़ारों प्लास्टिक की बोतलें इकट्ठाकर उनसे एक ईको-फ्रेंडली घर बनाया है; जो हर मायने में सस्टेनेबल है।

किसी ड्रीम होम से कम नहीं है प्राकृतिक और रीसाइकल्ड चीज़ों से बना इस कपल का घर

प्राकृतिक और रीसाइकल्ड चीज़ों से बना 'द गली होम' ख़ास इसलिए भी है, क्योंकि इसे इस तरह डिज़ाइन किया गया है कि एक तरफ़ तो कोई शांत समुद्र के खूबसूरत नज़ारों के मज़े ले सकता है; वहीँ दूसरी तरफ़ चेन्नई की गलियों की आम चहल-पहल भी देखी जा सकती है।

सस्टेनेबल आर्किटेक्चर का बेहतरीन नमूना है मिट्टी, स्टील और रीसाइकल्ड लकड़ी से बना यह घर

आम घरों के मुकाबले 50% कम खर्च में तैयार हुआ है कोल्हापुर में बसा 'गौड़ देश' इको फ्रेंडली घर, जहां मौजूद हैं बायो गैस, मिट्टी का फ्रिज, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग जैसी सभी सस्टेनेबल सुविधाएं। सस्टेनेबल आर्किटेक्चर का यह बेहतरीन नमूना पर्यावरणविद् राहुल देशपांडे की पहल है, जिसे उन्होंने प्रकृति के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को समझते हुए बनाया है।

भूंगा घर: गुजरात के गौरव की तस्वीर है यह शैली, भूकंप से लड़ने की भी रखते हैं ताकत

2001 में, गुजरात के भुज में आए भूकंप के दौरान सीमेंट से बने घर तो टूट गए थे, लेकिन ‘भूंगा’ शैली से मिट्टी से बने घरों को ज़रा सा भी नुकसान नहीं पहुंचा था।

अहमदाबाद: सभी सुविधाओं से लैस है यह इको-फ्रेंडली घर, फिर भी बिजली बिल है जीरो

By प्रीति टौंक

थोल लेक (अहमदाबाद) के पास हरियाली के बीचों-बीच बने इस घर में तमाम सुविधाएं होने के बावजूद, बिजली का बिल नहीं आता।

एक घर ऐसा भी: न कोई केमिकल घर आता है, न कोई कचरा बाहर जाता है

By निशा डागर

देहरादून, उत्तराखंड की रहनेवाली, 47 वर्षीया अनीशा मदान पिछले 12-13 सालों से स्वस्थ और इको-फ्रेंडली जीवन जी रही हैं। जानिए कैसे आया यह बदलाव।

बिजली-पानी मुफ्त और खाना बनता है सोलर कुकर में, बचत के गुर सीखिए इस परिवार से

By निशा डागर

गुजरात के भरुच में रहनेवाली 29 वर्षीया अंजलि और उनका परिवार 'सस्टेनेबल' तरीकों से जीवन जी रहा है।

टेलर से बेकार कतरन लेकर शुरू किया बिज़नेस, आज है खुद का फैशन हाउस

By निशा डागर

भुवनेश्वर में अपना खुद का फैशन ब्रांड, 'Lady Ben' चलाने वाली बेनोरिटा दाश शहर भर के दर्जी, बुटीक हाउस और कपड़ा फैक्ट्री में बचने वाले वेस्ट कपड़ो को इकट्ठा करके नयी-नयी चीज़ें बनाती हैं। उनके बनाए 'सस्टेनेबल' प्रोडक्ट जैसे बैग, ज्वेलरी, ड्रेस, कुशन कवर आदि की शहर में खूब मांग है।

अपने मुहांसों का हल ढूंढते-ढूंढते बना दिया Natural Skincare Brand, विदेश से आते हैं ऑर्डर

By निशा डागर

तमिलनाडु के कोयंबटूर में रहनेवाले प्रितेश अशर और मेघा अशर ने अपने Natural Skincare Brand, 'Juicy Chemistry' की शुरुआत अपने रसोईघर से की थी।