पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, जड़ी-बूटी, जैविक भोजन, सोलर पैनल.. राजस्थान के सीकर शहर में एक किसान का बनाया यह सस्टेनेबल फार्मस्टे ‘जोर की ढाणी’ अपने मेहमानों को एक अलग ही अनुभव देता है।
सूरत के पास, अंभेटी गांव के रहनेवाले कमलेश पटेल ने साल 2015 में खुद जैविक खेती को अपनाया और गांव के कई दूसरे किसानों के लिए जैविक खाद बनाकर उन्हें भी जीरो बजट खेती सिखाई।
गुजरात) के ओलपाड तालुका के महेश पटेल इलाके के एक प्रगतिशील किसान हैं। वह तक़रीबन 26 सालों से आर्गेनिक खेती करने के साथ-साथ अपने खेत पर वैल्यू एडिशन करके कई प्रोडक्ट्स भी तैयार कर रहे हैं।