भारत ‘वैक्सीन मैत्री’ पहल के तहत, लगभग 10 मिलियन टीकों को भेजने वाला है, जिनमें से लगभग 4.9 मिलियन टीके, पड़ोसी देशों जैसे, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, म्यांमार, ब्राजील आदि को, एक उपहार के रूप में भेजे जा चुके हैं।
ICMR के अनुसार, COVID-19 से ग्रस्त मरीज़ों में से लगभग 5% को बहुत ज्यादा देखभाल की ज़रूरत होगी और इसे देखते हुए देश की कुछ मेडिकल-टेक्नोलॉजी कंपनियां दिन-रात काम कर रहीं हैं।
जिला अधिकारी प्रीति नायक ने एक ओर, सेंट्रल जेल के कैदियों और महिला स्वयं- सहायता समूह से मास्क बनवाएं हैं। वहीं दूसरी ओर, उन्होंने एक स्थानीय डिस्टिलरी से CSR के तहत मुफ्त में सैनीटाइज़र बनवाया है!
कोरोना वायरस के डर से आशंकित लोग घबरा कर अस्पताल भाग रहें हैं। ऐसे में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा दिशा-निर्देश जारी कर ये बताया गया है कि किसे, किन हालातों में अस्पताल जाने की ज़रूरत है।