बेंगलुरु के रहने वाले 58 वर्षीय इंजीनियर, नटराज उपाध्याय ने अपने घर में 1700 से ज्यादा पेड़-पौधे लगाकर 'अर्बन जंगल' बनाया है। जहाँ पर आपको पपीता, केला, इमली और मोरिंगा जैसे 300 से ज्यादा किस्म के पेड़-पौधे और 50 से ज्यादा किस्म के पक्षी, तितलियाँ और अन्य जीव-जंतु दिख जाएंगे।
अमरेंद्र सिंह उत्तर प्रदेश के एक प्राथमिक स्कूल में शिक्षक हैं। 60 एकड़ जमीन में वह केला, स्ट्रॉबेरी, मशरूम, शिमला मिर्च और तरबूज जैसे फल और सब्जियों की खेती भी करते हैं।