ओडिशा के कालाहांडी जिले में संचरगाओं के रहने वाले किसान, कृष्ण चंद्र नाग अपने खेत में आम, केला और मौसमी सब्जियां उगाने के साथ-साथ मछली पालन और मुर्गी पालन भी कर रहे हैं, जिससे उनकी कमाई लाखों में हो रही है।
जयपुर, राजस्थान के रहने वाले 25 वर्षीय अनिल थडानी ने कृषि विषय में पढ़ाई की है और उन्होंने अपने घर की छत से नर्सरी का काम शुरू किया, जिसके तहत आज वह 20 से ज्यादा लोगों के घरों में हाइड्रोपोनिक, वर्टिकल और टेरेस गार्डन लगा चुके हैं और लगभग ढाई हजार किसानों को जैविक खेती की ट्रेनिंग दे रहे हैं।
सांगली, महाराष्ट्र के रहने वाले किसान अमर पाटिल ने एक एकड़ में 130 टन गन्ना उगाकर, मिसाल कायम की है और कृषि क्षेत्र में अपने अभिनव कार्यों के लिए उन्हें कई कृषि सम्मानों से नवाजा गया है।
सांगली, महाराष्ट्र में रहने वाले सचिन येवले और वर्षा येवले 'कृषिदूत एग्रो फार्म' ब्रांड के जरिये जैविक गुड़, मसाला गुड़, कैंडी, लॉलीपॉप और चाय बनाकर ग्राहकों तक पहुंचा रहे हैं।
केरल के रहने वाले 93 वर्षीय चिदंबरम नायर एक सेवानिवृत्त शिक्षक और जैविक किसान हैं, जो काफी समय से जैविक खेती कर रहे हैं, और अपने घर के लिए लगभग सभी खाने की चीज़े खुद उगाते हैं!
कृषि विभाग से सेवानिवृत्त दंपति, मधुबालन और उनकी पत्नी, आर आर सुशीला, तमिलनाडु के धर्मपुरी में स्थित अपने घर की छत पर 1500 स्क्वायर फुट टेरेस गार्डन में 100 से ज़्यादा तरह के फल, फूल, सब्ज़ियां, जड़ी-बूटी और कुछ अन्य पेड़-पौधे उगा रहे हैं!
महाराष्ट्र के अहमद नगर स्थित गुंडेगाँव में रहने वाले संतोष भापकर और उनकी पत्नी ज्योति, अपने ब्रांड 'संपूर्ण शेतकरी के ज़रिए पुणे और मुंबई के 50 से ज़्यादा आउटलेट और 200 से ज़्यादा घरों में उत्पाद पहुँचा रहे हैं!