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92 से 60 किलोग्राम! फिटनेस के प्रति जागरूकता ने बनाया मुंबई पुलिस के इस कांस्टेबल को 'आयरनमैन'!

By निशा डागर

मुंबई पुलिस के शंकर उथले ने 17 नवंबर 2018 को आयरनमैन रेस में भाग लिया। उन्होंने 16 घंटे और 15 मिनट में इसे पूरा किया और इसी के साथ वे मुंबई पुलिस फाॅर्स के पहले कांस्टेबल 'आयरनमैन' बन गये हैं। यह रेस विश्व का मशहूर ट्रायथलॉन इवेंट है।

26/11 : जन्मदिन पर खोया था पिता को; उनकी याद में आज संवार रहें हैं आदिवासी बालिकाओं का जीवन!

By निशा डागर

मुंबई में हुए 26/11 आतंकवादी हमले के दस साल बाद, आज द बेटर इंडिया उन सभी साहसी लोगों को श्रद्धांजलि देता है जो उस दिन बहादुरी से लड़े और वो लोग जिनकी लड़ाई आज भी जारी है। चीफ टिकेट इंस्पेक्टर एस.के शर्मा की मौत के बाद उनके बेटे और उनकी पत्नी ने उनके नाम से आदिवासी लडकियों को शिक्षा देने के लिए एक संस्था शुरू की है।

26/11 : इस रेलवे एनाउंसर की एक घोषणा ने बचायी थीं सैकड़ों जिंदगियां!

By निशा डागर

मुंबई में हुए 26/11 आतंकवादी हमले के दस साल बाद, आज द बेटर इंडिया उन सभी साहसी लोगों को श्रद्धांजलि देता है जो उस दिन बहादुरी से लड़े और वो लोग जिनकी लड़ाई आज भी जारी है। मुंबई रेलवे एनाउंसर विष्णु दत्ताराम जेंदे ने उस दिन खतरे को भांपते हुए घोषणा कर लोगों को स्टेशन से बाहर जाने के लिए कहकर अनगिनत लोगों की जान बचायी थी।

26/11 : 10 साल की इस बच्ची ने कसाब के ख़िलाफ़ गवाही देकर पहुँचाया था उसे फाँसी के फंदे तक!

By निशा डागर

मुंबई में हुए 26/11 आतंकवादी हमले के दस साल बाद, आज द बेटर इंडिया उन सभी साहसी लोगों को श्रद्धांजलि देता है जो उस दिन बहादुरी से लड़े और वो लोग जिनकी लड़ाई आज भी जारी है। मुंबई की देविका रोत्वानी को उस हमले में पैर में गोली लगी। मात्र 10 साल की उम्र में उन्होंने अजमल कसब के खिलाफ गवाही दी थी।

"मैं और मेरी दादी सबसे अच्छे दोस्त हैं"!

By निशा डागर

एक दादी और पोते के अनमोल रिश्ते की कहानी। मुंबई में रहने वाले ये दादी-पोते एक दुसरे के सबसे अच्छे दोस्त है। एक का बचपन अभी गया ही नहीं और एक अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर फिर से बचपन को जी रहीं हैं।

मुंबई: दिन-रात मेहनत कर यह युवा कर रहा है अपने पापा के सपनों को पूरा!

By निशा डागर

मुंबई के भिवांडी में एक पैपरफ्राई फैक्ट्री में काम करने वाला एक सेवा अधिकारी अपने पिता के सपनों को हर हाल में पूरा कर रहा है। नौकरी के साथ-साथ पढाई करना और अपने घर को चलाने में मदद करने वाले इस युवा के हौंसले को सलाम!

"हर एक सूर्यास्त हमें याद दिलाता है कि सूर्य फिर से उदय होगा!"

By निशा डागर

यह कहानी है एसिड अटैक सर्वाइवर्स की, जो हर रोज एक उम्मीद में जीते हैं कि उनकी ज़िन्दगी फिर से खुशियों से भर सकती है। क्योंकि हर एक सूर्यास्त हमें याद दिलाता है कि सूर्य फिर से उदय होगा।

मुंबई के इस शख्स ने 40 अच्छे काम करके मनाया 40वां जन्मदिन; 'अब आपकी बारी'!

By निशा डागर

मुंबई के रुषभ तुरखिया ने अपने 40वें जन्मदिन पर 'योर टर्न नाउ' की पहल शुरू की। यह पहल आज एक ग्लोबल चेन बन चुकी है। आपको कभी भी अगर किसी के कुछ अच्छा करने का मौका मिलता है तो आप उस व्यक्ति को 'योर टर्न नाउ' कार्ड्स देकर और किसी के लिए अच्छा करने को प्रेरित करें।

डॉ. सालिम अली : वह पक्षी वैज्ञानिक जिसके जन्मदिन पर पड़ा 'राष्ट्रीय पक्षी दिवस'!

By निशा डागर

12 नवंबर 1896 को जन्में डॉ सालिम मोइज़ुद्दीन अब्दुल अली एक भारतीय पक्षी विज्ञानी, वन्यजीव संरक्षणवादी और प्रकृतिवादी थे। वे देश के पहले ऐसे पक्षी विज्ञानी थे जिन्होंने सम्पूर्ण भारत में व्यवस्थित रूप से पक्षियों का सर्वेक्षण किया और पक्षियों पर ढेर सारे लेख और किताबें लिखीं।

वह कथक डांसर, जिसे 16 साल की उम्र में रबिन्द्रनाथ टैगोर ने दिया 'नृत्य सम्राज्ञी' का ख़िताब!

By निशा डागर

Sitara Devi उत्तर-प्रदेश के बनारस में संस्कृत और संगीत के विद्वान पंडित सुखदेव प्रसाद के घर में सितारा देवी का जन्म हुआ। रबिन्द्रनाथ टैगोर