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54 की उम्र में बनीं शेफ, जज़्बे और स्वाद से जीता रणवीर बरार का भी दिल

By प्रीति टौंक

उदवाड़ा, गुजरात की रहनेवाली हिल्ला और उनके बेटे शहजाद मरोलिया का बिज़नेस 'कैफे फरोहर' और इसके शुरू होने के पीछे की प्रेरक कहानी।

गांव से जेब में 35 रुपए लेकर आये थे मुंबई, आज 25 करोड़ का है कारोबार

By निशा डागर

मुंबई में गौरव स्वीट्स के मालिक विरल पटेल ने अपनी मेहनत के दम पर अपनी किस्मत बनाई है। पढ़िए यह कहानी।

पुदीना उगाने से हुई शुरुआत, खुद उगाते हैं अपना खाना और चलाते हैं गार्डन स्टोर

By निशा डागर

गोवा में रहनेवाले योगिता मेहरा और करण मनराल, पिछले 13 सालों से ऑर्गनिक किचन गार्डनिंग कर रहे हैं। इसके साथ, वे 'ग्रीन एसेंशियल' नाम से अपना गार्डन स्टोर भी चला रहे हैं।

ऑटोवाला बना लखपति बिज़नेसमैन, किसानों से मशरूम खरीदकर बनाते हैं फ़ूड-आइटम

By निशा डागर

उत्तर प्रदेश में जौनपुर के रहनेवाले, 62 वर्षीय रामचंद्र दूबे पहले ऑटो चलाया करते थे, लेकिन पिछले चार सालों से वह किसानों से मशरूम खरीदकर उनसे खाने की चीज़ें बनाते हैं और लाखों का मुनाफा हैं।

अपने गहने बेचकर, कोविड-19 मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर जुटा रहा है यह परिवार

By निशा डागर

कोविड-19 के मरीजों की मदद के लिए रोज़ी सलधाना अपने गहने तक बेच चुकी हैं और अब उन्हें हम सबके साथ की जरूरत है। उनकी इस मुहिम में छोटी-बड़ी जैसी भी हो, लेकिन मदद जरूर करें।

"कालनिर्णय दीजिए, कालनिर्णय लीजिए" याद है? अब जानिए इस कैलेंडर का रोचक इतिहास

By पूजा दास

जयंतराव सलगांवकर ने 70 के दशक में ‘कालनिर्णय’ कैलेंडर की शुरुआत की थी। आज यह नौ भाषाओं (मराठी, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी, तमिल और तेलुगु) में उपलब्ध हैं। आईए जानते हैं कालनिर्णय के अस्तित्व में आने की दिलचस्प कहानी।

मुंबई, इंदौर, हैदराबाद और दिल्ली में ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए, इन नंबरों पर कॉल करें

By प्रीति महावर

अगर आप मुंबई, इंदौर, हैदराबाद या दिल्ली में कहीं रहते हैं और आपको Covid19 मरीजों के लिए, ऑक्सीजन सिलेंडरों की तलाश है, तो इन नंबरों पर कॉल करें।

महाराष्ट्र के 11 किसानों ने लॉकडाउन को बदला अवसर में, कमाए 6 करोड़ रुपये

By पूजा दास

अहमदनगर, महाराष्ट्र के 11 किसानों ने लॉकडाउन के दौरान, ‘KisanKonnect’ नामक कंपनी बनाई, जिसका उद्देश्य मुंबई, पुणे के ग्राहकों को बिना किसी बिचौलिये के सब्जियां बेचना और अधिक मुनाफा कमाना है।

9 से 5 की नौकरी को किया Bye, पैशन को किया Hi! चाय बेचकर हर साल कमाते हैं 7 लाख रूपये

By पूजा दास

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के रहने वाले अंकित नागवंशी, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। लेकिन, नौकरी छोड़ कर उन्होंने Tea Business शुरू किया और बन गए ‘इंजीनियर चायवाला’।

वड़ा पाव का 100 करोड़ का बिजनेस, मिलिए मुंबई के इस उद्यमी से

By पूजा दास

मुंबई की मशहूर फूडचेन ‘जंबोकिंग बर्गर' के मालिक, धीरज गुप्ता बता रहे हैं, कैसे उन्होंने 'मेक इन इंडिया' पर ध्यान केंद्रित करते हुए, एक स्ट्रीटफूड वड़ा पाव को रीब्रांड किया और फूड बिजनेस में आगे बढ़े।