मध्य-प्रदेश के महिदपुर से ताल्लुक रखने वाले 22 वर्षीय शिवम पोरवाल जन्म से ही विकलांग हैं। वे अपने घुटनों के बल चलते हैं और उनके दाएं हाथ में सिर्फ तीन उंगलियां हैं और बाएं हाथ में जुड़े हुए अंगूठे -ऋतिक रोशन की तरह। लेकिन आज वे एक प्रेरक वक्ता, गायक, तैराक, कवि, आईआईटीयन, कंप्यूटर इंजीनियर, और प्रोग्रामर हैं।
मध्य-प्रदेश के देवास ज़िले के रिजगांव से ताल्लुक रखने वाले अशोक एक किसान हैं। उन्हें हमेशा से खेती करना पसंद था और इसीलिए उन्होंने कक्षा 10 के बाद स्कूल छोड़ दिया और अपने पिता के खेतों की जिम्मेदारी उठा ली। आज अशोक पूर्ण रूप से जैविक खेती कर रहे हैं।
पिछले 100 सालों में केरल में यह सबसे भयंकर बाढ़ है। जहां आये दिन मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन साथ ही हमें खबरें भी मिल रही है कि कैसे न केवल अधिकारी बल्कि आम लोग भी दिन-रात एक कर जरूरतमन्दों की मदद में जुटे हैं। इस लेख में हम ऐसे 11 वाकया बताएंगे, जिन्हें जानकर आपका मानवता पर विश्वास और अटूट हो जायेगा।
पंजाब के भटिंडा में जन्में व पले-बढ़े डॉ संजय गोयल (बाल रोग विशेषज्ञ) ने कभी भी सिविल सर्विसेज ज्वाइन करने के बारे में नहीं सोचा था। लेकिन जब उन्हें लगा कि समाज में स्वास्थ्य परिणामों में सुधार के लिए एक कुशल प्रशासन अत्यंत आवश्यक है। वे मध्य-प्रदेश में आईएएस के रूप में नियुक्त हुए।
मध्य प्रदेश के मंदसौर शहर में 26 जून को एक 7 वर्षीय स्कूल छात्रा के साथ रेप हुआ। आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस ने स्कूल के पास एक दुकान से मिली सीसीटीवी फुटेज की वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर शेयर की। जिसके चलते आरोपी का पता चल सका।
प्रतीक शर्मा का जन्म मध्य प्रदेश में भोपाल के नजदीक एक गांव में किसान परिवार में हुआ था। भोपाल से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्हें कोटक महिंद्रा बैंक में नौकरी मिली। 10 साल बैंकर के तौर पर काम करने के बाद उन्होंने जैविक खेती करना शुरू किया।
हर्षिता और आदित्य शाकल्य, एक दंपति जो अपने साढ़े तीन साल के बेटे कैज़ेन के साथ मध्य-प्रदेश के पेंच टाइगर रिज़र्व के 'टाइगर एन वुड्स' रिज़ॉर्ट में रह रहा है। साल 2015 में दोनों ने इंदौर में अपना बिजनेस छोड़ यहां प्रकृति के बीच रहना शुरू किया।
मध्य प्रदेश के एक चाय विक्रेता की बेटी आँचल गंगवाल पुरे राज्य से एकमात्र प्रतिभागी हैं जिनका चयन इंडियन एयर फाॅर्स के फ्लाइंग बैच में हुआ है। उनका सपना फाइटर पायलट बनना है। 30 जून से आँचल की ट्रेनिंग हैदराबाद में शुरू होगी।
भोपाल की योगिता रघुवंशी (47 वर्षीय), पिछले 15 सालों से पुरे आत्म-विश्वास के साथ आँध्र प्रदेश से लेकर भोपाल तक दस-पहिया ट्रक चला रही हैं। उन्होंने वकालत की पढ़ाई की है। हाल ही में उन्होंने कोलकाता के सेवा केंद्र के एक सम्मलेन में बंगाल के ट्रक चालकों सम्बोधित किया।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को ट्विटर पर साँझा किया है हतिंदर सिंह ने। वीडियो पोस्ट करते हुए सिंह ने कैप्शन में दावा किया है कि मध्य प्रदेश की यह वृद्ध महिला एक कलेक्टर कार्यालय के सामने बैठती है, जो हिंदी टाइपिस्ट के रूप में काम करती है।