केरल की बाढ़ में 373 लोगों की जान गयी, लगभग एक मिलियन लोगों को राहत शिविरों में रखा गया, 10,000 किलोमीटर की सड़कें और पुल आदि टूटकर बह गए और न जाने कितने हैक्टेयर फसल बर्बाद हो गयी। ऐसे में सबसे पहली मदद उड़ीसा से मिली। उड़ीसा ने अब तक अन्य कई सहायताओं के साथ 10 करोड़ की मदद दी है।
केरल के चेंगन्नूर में छुट्टी पर आये मेजर हेमंत राज ने रिटायर्ड अफसरों और छात्रों के साथ मिलकर सैकड़ों लोगों की जान बचायी। भारतीय सेना के 28वीं मद्रास शपथ शक्ति कमांड के मेजर हेमंत की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
केरल में भयानक बाढ़ के कारण होने वाले विनाश के बाद, राज्य सरकार को राहत और पुनर्वास के लिए 2600 करोड़ रुपये की जरूरत है। इस बीच, संयुक्त अरब अमीरात ने 700 करोड़ रुपये की मौद्रिक सहायता का वादा किया है। लेकिन केंद्र संयुक्त अरब अमीरात सरकार की सहायता को स्वीकार नहीं कर सकता है।
केरल में आयी आपदा से निपटने के लिए अधिकारी से लेकर आम नागरिक भी पूरी मेहनत और लगन से काम कर रहे हैं। इसमें दो आईएएस अफसर एमजी राजमानिक्यम और एनएसके उमेश की चावल के बोरे ढोते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
केरल की बाढ़ में हिन्दू और मुसलमान के बीच के मतभेद जैसे बाह गए हों। जी हाँ, वायनाड और मलप्पुरम में दो मुस्लिम युवा संगठन मिलकर मंदिरों की सफाई में जुटे हैं। बाढ़ के बाद हर जगह मिट्टी और गंदगी है। ऐसे में वायनाड के वन्नियोडे श्री महा विष्णु मंदिर की सफाई कुछ मुस्लिम लड़कों ने शुरू की।
केरल में आयी भयानक बाढ़ के चलते अब तक इंफ्रास्ट्रक्चर से लेकर संसाधनों तक, लगभग 19, 5512 करोड़ रुपये का अनुमानित नुकसान हो चूका है। ऐसे में दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, पंजाब, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु, राजस्थान सहित देश के हर एक राज्य ने केरल की मदद के धनराशि व राहत सस्मग्री भिजवाई है।
केरल में अलुवा के पास चेंगमांद में एक गर्भवती महिला सजिता जाबिल अपने घर की छत पर फंसी हुई थी। मुसीबत तब और बढ़ गयी जब सजिता को प्रसव पीड़ा शुरू हो गयी। ऐसे में भारतीय नौसेना के जवान हेलीकॉप्टर में एक डॉक्टर के साथ उनके बचाव के लिए पहुंचे। उन्हें समय रहते हेलीकॉप्टर से कोच्ची पहुंचाया गया।
बहुत ही नि:स्वार्थ हीरो हैं केरल के अलुवा से ताल्लुक रखने वाले डॉ नसीमा और उनके पति डॉ नजीब। जब बाढ़ पीड़ितों के लिए अलुवा के यूसी कॉलेज में राहत-शिविर लगाया गया तो बिना किसी स्वार्थ के इन दोनों पति-पत्नी ने लोगों की मुफ्त में सेवा करने का फैसला किया।
केरल में बाढ़ के दौरान बचाव कार्यों के साथ-साथ भारतीय नौसेना राहत शिविर में रह रहे बाढ़ पीड़ितों के लिए खाना भी बना रही है। लेफ्टिनेंट कमांडेंट ओ. जयप्रकाश की देख-रेख में एक 15 सदस्यी नेवी टीम ने इस काम के लिए एक 'सामुदायिक रसोई' की शुरुआत की है।
पिछले 100 सालों में केरल में यह सबसे भयंकर बाढ़ है। जहां आये दिन मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन साथ ही हमें खबरें भी मिल रही है कि कैसे न केवल अधिकारी बल्कि आम लोग भी दिन-रात एक कर जरूरतमन्दों की मदद में जुटे हैं। इस लेख में हम ऐसे 11 वाकया बताएंगे, जिन्हें जानकर आपका मानवता पर विश्वास और अटूट हो जायेगा।