कोरोना काल में जब थाली में दाल को भी तरस रहा था पूरा गांव, इन महिला किसानों ने छोटी सी जमीन पर किचन गार्डन लगा कर पूरे साल के लिए फल, सब्जियां और जड़ी बूटियों का इंतजाम किया और अपने पड़ोसियों की मदद भी की।
गोवा में रहनेवाले योगिता मेहरा और करण मनराल, पिछले 13 सालों से ऑर्गनिक किचन गार्डनिंग कर रहे हैं। इसके साथ, वे 'ग्रीन एसेंशियल' नाम से अपना गार्डन स्टोर भी चला रहे हैं।
गर्मियों के मौसम में हम घर पर बड़ी आसानी से कुछ ऐसी सब्जियां उगा सकते हैं, जिन्हें गर्म तापमान की जरूरत होती है। अगर आप अब भी सोच में हैं कि मई के महीने में कौन सी सब्जियां लगाएं, तो आपकी परेशानी हम थोड़ी आसान बना देते हैं।
नई दिल्ली में रहने वाले अमित चौधरी करीब 3 साल पहले फैशन डिजाइनिंग में ग्रेजुएशन करने के बाद किसी वजह से डिप्रेशन में चले गए थे। इस वजह से वह तय नहीं कर पा रहे थे कि उन्हें जिंदगी में करना क्या है। इसके बाद उन्होंने बागवानी शुरू करने का फैसला किया, जो बचपन से ही उनका शौक था।
गुड़गाँव में रहने वाली अनामिका ने बागवानी की शुरुआत 3 साल पहले की थी। लेकिन, पहली बार में अधिकांश पौधे सूख गए। इसके बाद उन्होंने यूट्यूब से जानकारी हासिल कर, फिर से पहल शुरू की। आज वह अपने घर में बेकार बर्तनों से लेकर पुराने जींस तक में, 150+ पौधों की टेरेस गार्डनिंग करती हैं।
राखी मित्तल के मुताबिक, घर के गीले कचरे से बनी खाद पेड़-पौधों के लिए सबसे उत्तम होती है। यह पोषण से भरपूर, उच्च गुणवत्ता वाली होती है। इसलिए ही इसे 'काला सोना' कहा जाता है!
पेड़-पौधे लगाने का सबसे अच्छा समय कौन-सा है? किस तरह से मिट्टी तैयार करें?। पेड़ों को कीट से कैसे बचाएं? यदि आपके भी कुछ ऐसे ही सवाल हैं, तो आज आपको इन सभी के उत्तर मिल जायेंगे!