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0.25 एकड़ पर करते हैं खेती, मछली और मधुमक्खी पालन भी, 5 साल से नहीं गए बाज़ार

केरल के कोक्कवड गाँव के रहने वाले जोशी मैथ्यूज के पास 0.25 एकड़ जमीन है, जहाँ उन्होंने जैविक खेती और मछली पालन से लेकर मधुमक्खी पालन की सुविधा भी विकसित कर ली है।

इस जोड़ी ने रिटायरमेंट के बाद शुरू की खेती, उगाते हैं 50 तरह के फल और सब्जियां

By निशा डागर

केरल के पलक्कड़ जिले में रहने वाले पी. थंकामणि और ए. नारायणन रिटायरमेंट के बाद से अपनी साढ़े सात एकड़ ज़मीन पर 50 तरह के साग-सब्ज़ियाँ और फल उगा रहे हैं!

विदेश से लौटकर नहीं मिली नौकरी तो उगाने लगे कमल, हर महीने कमाते हैं 30, 000 रुपये

By निशा डागर

केरल में एलधूस पी. राजू 20 किस्म के कमल उगा रहे हैं और इनकी कीमत 850 रुपये से लेकर 3500 रुपये तक है!

मिलिए केरल के 'दशरथ मांझी' से, 50 साल में 1000 से ज्यादा सुरंग खोदकर गाँव में पहुंचाया पानी

केरल के कासरगोड के रहने वाले 67 वर्षीय कुंजंबु, पिछले 50 वर्षों से अधिक समय के दौरान 1000 से अधिक सुरंगे बना चुके हैं। जिसके फलस्वरूप आज गाँव के लोगों को पानी के लिए बोरवेल पर कोई निर्भरता नहीं है।

लॉकडाउन की कहानियाँ: केरल की इस जोड़ी का अनोखा प्रयास, बोतल में उगा डाले धान, जानिए कैसे!

"मुझे खेती - किसानी करने में आनंद मिलता है। मुझे धान उगाने के साथ-साथ मछली पालन और सब्जियों की खेती भी पसंद है। मैं मधुमक्खी पालन भी करता हूँ।” - सैम

लॉकडाउन में अपने खेतों पर जाना हुआ मुश्किल तो किसान ने शहर की खाली ज़मीनों को बना दिया खेत

By निशा डागर

केरल के कोची में रहने वाले एंथनी जैविक खेती करने के साथ-साथ PURE Crop Organic के नाम से अपना स्टोर भी चलाते हैं!

मेड इन इंडिया: स्टार्टअप अवार्ड्स के विजेता हैं यह इंडियन, बनाते हैं हेल्दी कटहल का आटा

By निशा डागर

केरल के जेम्स जोशेफ माइक्रोसॉफ्ट में काम करते थे और उन्होंने लगभग 8 साल पहले अपनी नौकरी छोड़ कटहल की प्रोसेसिंग यूनिट शुरू की!

केरल की इस कंपनी का कमाल, धूप से इडली बनाना हुआ संभव, जानिए कैसे!

कोच्चि स्थित क्राफ्टवर्क सोलर नाम की कंपनी ने एक ऐसा मशीन तैयार किया है, जिसमें इडली और अन्य उबले हुए खाद्य पदार्थों को सौर ऊर्जा का इस्तेमाल करते हुए बनाया जा सकता है।

घर से गर्म हवा निकालने के लिए अपनाया परंपरागत तकनीक, गर्मी में भी नहीं पड़ती AC की जरूरत

केरल के कोट्टायम की हरी-भरी पहाड़ियों के बीच त्रावणकोर वास्तुकला के आधार पर बने इस घर में पैसिव कूलिंग तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है, जिसके कारण भीषण गर्मी में एसी की जरूरत नहीं पड़ती है।

केरल के पूर्व इंजीनियर ने लॉकडाउन में शुरू कर दी गेंदे की खेती, हर महीने कमा रहे हैं 35 हजार रुपये

केरल के अरनमुला के रहने वाले 72 वर्षीय एन.के. कृष्णन नायर अपने खेतों से हर दिन लगभग 15-20 किलो गेंदे का फूल तोड़ते हैं। इन फूलों को बेचकर वह हर महीने करीब 35,000 रुपए कमा लेते हैं।