कर्नाटक के तुमकुर में रहने वाले जैन सनी हस्तीमल ने लगभग सात साल पहले, बेसहारा जानवरों को पानी पिलाने के लिए Water For Voiceless अभियान की शुरुआत की थी।
वाराणशी सुब्रया भट के नेतृत्व में सुपारी किसानों ने 1973 में कर्नाटक के मंगलुरु में Campco कंपनी का गठन किया था, जो आगे चलकर भारत की तीसरी सबसे बड़ी चॉकलेट कंपनी बनी।
कर्नाटक के उत्तरी और दक्षिणी इलाकों में किसान हर महीने 700 किलोग्राम स्ट्रॉबेरी सफलतापूर्वक उगा रहे हैं। इसके अलावा, यहाँ किसान लाल गोभी, ड्रैगन फ्रूट, ब्रोकली, ज़ुकीनी, आईसबर्ग लैटस, लाल-पीली शिमला मिर्च आदि विभिन्न विदेशी फल-सब्जियां उगाने में भी अपने हाथ आजमा रहे हैं।
बेंगलुरु के रहने वाले सत्य प्रकाश वाराणशी अपनी फर्म सत्य कंसल्टेंट्स के तहत, पिछले करीब 28 वर्षों से आर्किटेक्चर के क्षेत्र में इको-फ्रेंडली संरचनाओं को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। इस दौरान उन्होंने 500 से अधिक परियोजनाओं को अंजाम दिया है।
कर्नाटक के कलबुर्गी में रहने वाले सफल किसान, लक्ष्मीकांत हिबारे चंदन, मोरिंगा, आंवला, अमरुद, मौसम्बी, महॉगनी, और संतरा जैसे पेड़ों के साथ-साथ, मौसमी सब्ज़ियाँ उगाकर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।