अगर बिजनेस प्लान और हौसला मजबूत हो तो सिर्फ 700 रुपए के निवेश को भी आप एक सफल बिजनस में बदल सकते हैं, इसका उदाहरण हैं अहमदाबाद के तपन ब्रम्हभट्ट, जिन्होंने अकेले बुलेट पर बर्गर बेचकर अपने बिजनस की शुरुआत की और आज 'टम्मी टिकी बर्गर' के मालिक हैं, जो लाखों का टर्नओवर देने वाली कंपनी है।
गुरुग्राम की निधि दुआ अपनी सास रजनी दुआ के साथ मिलकर हर्बल हेयर ऑयल बिज़नेस चलाती हैं। इस काम के ज़रिए उन्होंने न सिर्फ अपनी नई पहचान बनाई है बल्कि देशभर की 5000 महिलाओं की मदद भी कर रही हैं।
सिक्किम के दो भाई अभिमन्यु और अभिनन्दन ढकाल ने एक लुप्त होती फसल को बचाकर न सिर्फ अपने लिए एक अनोखा बिज़नेस खोजा, बल्कि 500 किसानों को आठ गुना मुनाफा कमाने का मौका भी दिया है।
अहमदाबाद की नेहा भट्ट ने एक हादसे में अपने दोनों पैर खो दिए लेकिन हार मानने के बजाय उन्होंने अपने आप को नई पहचान दिलाने का फैसला किया। जानिए कैसे आज वह आत्मनिर्भर बनकर पूरे शहर में मशहूर हो गई हैं।
मिलिए मध्यप्रदेश के भिलाला आदिवासी समुदाय की साक्षी भयड़िया से। ये एक ट्राइबल आर्ट गैलरी चलाती हैं। उनकी इस कोशिश ने गांव की पिथौरा कला को नई पहचान दिलाई है।
बेंगलुरु के मयंक नागौरी अपने भाई भुवन के साथ मिलकर, गुड-गम नाम का स्टार्टअप चला रहे हैं। इसके ज़रिए वे प्लास्टिक फ्री हेल्दी च्युइंग गम बनाकर पर्यावरण और सेहत दोनों को बचा रहे हैं।
उत्तराखंड की काकुली विश्वास पिछले दो सालों से दिल्ली में एक फ़ूड स्टॉल चला रही हैं, ताकि अपने एक दिव्यांग बेटे और दो बेटियों को पढ़ा-लिखाकर आत्मनिर्भर बना सकें।
23 साल की उम्र में मिलेट बिज़नेस शुरू कर पलक अरोड़ा न सिर्फ लोगों को रोज़गार दे रही हैं, बल्कि मिलेट उगा रहे किसानों का सहारा भी बनी हैं। जब कोविड के कारण लोगों की नौकरियां जा रही थीं और खुद को हेल्दी रखना बड़ी चुनौती बन चुकी थी, उस वक्त फूड टेक्नॉलजिस्ट पलक ने SatGuru Superfoods की शुरुआत की।
अहमदाबाद की कुलदीप एंथोनी फर्नांडीज, पिछले 21 सालों से 'Aunty's Dhaba' चला रही हैं। मात्र 2000 रुपये कमाने के चैलेंज से उन्होंने इस काम की शुरुआत की थी, लेकिन आज वह इससे लाखों की कमाई कर रही हैं।