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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

बाजार से खरीदने के बजाय, अगले साल के लिए इस तरह बचाएं सब्जियों और फलों के बीज 

By प्रीति टौंक

होम गार्डनिंग करने वाले ज्यादातर लोग मौसमी सब्जियों के बीज जमा करके रखते हैं, ताकि अगले साल सब्जियां उगाने के लिए बीज बाहर से न खरीदने पड़ें। जानें अलग-अलग सब्जियों के बीजों को संभालकर रखने का तरीका।

कोई IAS तो कोई IPS, मिश्रा परिवार के ये चार होनहार बच्चे बने पूरे गांव के लिए आदर्श

By प्रीति टौंक

क्षमा, योगेश, माधवी और लोकेश मिश्रा एक ही परिवार के चार भाई बहन हैं, जिन्होंने UPSC CSE पास किया है और आज सिविल सेवा से जुड़े हैं। अपनी इस सफलता से उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने परिवार और लालगंज गांव को गौरवान्वित किया है।

अन्ना मणि भारत की वह महिला वैज्ञानिक, जिनकी वजह से मौसम का अंदाजा लगाना हुआ आसान

By प्रीति टौंक

पढ़ें, भारतीय महिला वैज्ञानिक अन्ना मणि की कहानी, जिनकी वजह से आज मौसम का अंदाजा लगा पाते हैं दुनियाभर के साइंटिस्ट।

48 की उम्र में खुद सीखा पहाड़ चढ़ना, 50 साल की उम्र में पूरा किया पर्वतारोही बनने का सपना

By प्रीति टौंक

मिलिए भोपाल (मध्यप्रदेश) की 53 वर्षीया ज्योति रात्रे से, जिनके जज्बे ने उन्हें 50 की उम्र में न सिर्फ एक पर्वतारोही बनाया, बल्कि उन्होंने यूरोप की सबसे ऊँची छोटी माउंट एलब्रुस को इस उम्र में फतह करके एक रिकॉर्ड भी बनाया।

माँ की सीख आई मुश्किल में काम, नेचुरल स्किन केयर बिज़नेस बना अंसिया की पहचान

By प्रीति टौंक

त्रिशूर की रहनेवाली 26 वर्षीया अंसिया के ए, होममेड नेचुरल चीज़ों से 38 से ज्यादा स्किन केयर प्रोडक्ट्स बनाती हैं। पढ़ें, कैसे माँ की सीख बनी इस बिज़नेस का आधार।

143 बच्चे, एक आश्रम और ढेरों सपने, जिन्हें नेत्रहीन होने के बावजूद पूरा कर रहे हैं अशोक चौधरी

By प्रीति टौंक

सूरत के मांडवी जिले के एक छोटे से गांव दढ़वाडा से लेकर अहमदाबाद स्थित गुजरात विद्यापीठ में पढ़ने तक का सफर अशोक चौधरी के लिए काफी मुश्किलों से भरा था। मात्र एक आँख से देख पाने और पैसों की तंगी के कारण वह चाहकर भी ज्यादा पढ़ाई नहीं कर पाए, लेकिन आज वह कई जरूरतमंद बच्चों के जीवन की मुश्किलें कम कर रहे हैं!

500 से ज़्यादा लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर चुकी हैं मुजफ्फरनगर की शालू

By प्रीति टौंक

मिलिए मुजफ्फरनगर की सामाजिक कार्यकर्ता शालू सैनी से, जो पिछले 15 सालों से अपनी खुद की जीवन की परेशनियां भूलकर दूसरे लोगों के लिए काम कर रही हैं। कोरोना के समय में उन्होंने लावारिस शवों का अंतिम संस्कार करना शुरू किया था और अब तक वह 500 से ज्यादा लोगों का परिवार बन अंतिम क्रिया करा चुकी हैं।

सस्ते घर से लेकर मिट्टी फ्रिज तक, आम आदमी के लिए आम भारतीयों ने किये ये 10 आविष्कार

By प्रीति टौंक

जानें भारत के इन बेहतरीन आविष्कार के बारे में जिसे सिर्फ आम आदमी के बारे में सोचकर ही बनाया गया था।

चाँद पर इंसानों को बसाने के लिए NASA के साथ काम करेंगे अमित, देश के लिए गर्व की बात

By प्रीति टौंक

उत्तराखंड के अमित पांडे का चयन NASA के न्यू मून प्रोग्राम आर्टेमिस में हुआ है, जो आने वाले समय में चाँद पर घर बनाने पर काम करने वाले हैं। अमित पांडे का चयन राज्य के साथ ही देश के लिए भी बड़ी उपलब्धि है।

पुणे के पास गाँव में बनाया बैम्बू एंड ब्रिक्स रिसोर्ट, बाली में बांस कलाकृति देख आया था आईडिया

By प्रीति टौंक

पुणे के पास पानशेत गांव में बना है बैम्बू एंड ब्रिक्स रिसोर्ट, जिसे बनाया है राहुल कोंडेकर ने। यहां बांस से बनी बेहतरीन नक्काशी देखने कई आर्किटेक्चर के छात्र भी आते हैं।