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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

#DIY: जानिए कैसे घर पर पड़ी बेकार चीजों से बना सकते हैं ‘होम कंपोस्टिंग बिन'

By निशा डागर

बागवानी के लिए, घर के जैविक कचरे से बनी खाद को उत्तम माना जाता है। जानिए कैसे इस खाद को बनाने के लिए घर पर बना सकते हैं #DIY जीरो बजट कंपोस्टिंग बिन।

4 इलेक्ट्रिक वाहन करते हैं चार्ज, फिर भी बिजली बिल रु.5000 से घटकर हुआ रु.70, जानिए कैसे

By निशा डागर

पुणे के रहने वाले अभिषेक माने और उनका परिवार पिछले 4 सालों से घर में बिजली की आपूर्ति तथा अपने चार इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज करने के लिए, सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर रहे हैं। महीने में उनका बिजली बिल सिर्फ 70 रूपये आता है।

गुलाब की खेती ने उबारा गरीबी से, 400 रुपए/किलो बिकता है इनके घर पर बना गुलकंद

By निशा डागर

नवसारी, गुजरात के रहने वाले जाकिर हुसैन और शमशाद जाकिर हुसैन, जैविक तरीकों से गुलाब की खेती करते हैं और इसके फूल से गुलकंद, गुलाबजल और फेसपैक जैसे उत्पाद बनाकर ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं। इस काम से वह महीने भर में 25 हजार रूपये से ज्यादा की कमाई कर लेते हैं।

Grow Peas: बाज़ार के मटर गमले में बोइये और सिर्फ 70 दिनों में घर के मटर पाइये

By निशा डागर

घर की छत या बालकनी में मटर उगाने का आसान तरीका बता रहे हैं भोपाल, मध्य प्रदेश के शिरीष शर्मा, 15 साल से कर रहे हैं बागवानी।

हर दिन 1000 से ज्यादा जरूरतमंद लोगों को मुफ्त में खाना खिलाता है ‘वीरजी का डेरा'

By निशा डागर

दिल्ली में ‘वीरजी का डेरा' संगठन द्वारा हर दिन 1000 से ज्यादा गरीब और बेसहारा लोगों को खाना खिलाया जाता है और 300 से 400 बीमार तथा घायल लोगों का इलाज किया जाता है।

ISRO Free Course: इसरो ने लॉन्च किया 'सैटेलाइट-बेस्ड नेविगेशन' पर फ्री कोर्स

By निशा डागर

12 दिनों का यह फ्री ऑनलाइन कोर्स ISRO के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ रिमोट सेंसिंग (IIRS) द्वारा चलाया जाएगा।

पुराने अखबारों से बैग बना खड़ा किया व्यवसाय, विदेशों में जाते हैं उत्पाद

By निशा डागर

कोचीन, केरल में रहने वाली दीविया थॉमस ने साल 2008 में पुराने अखबारों से बैग बना कर अपने काम की शुरुआत की थी और आज वह इको-फ्रेंडली बैग के साथ-साथ डिब्बे, कार्ड, पेपर-पेन जैसे उत्पाद भी बना रहीं हैं।