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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

नागालैंड: स्कूल में लगी 'पुलिस की पाठशाला,' बच्चों को साइबर क्राइम के बारे में किया जागरूक!

By निशा डागर

नागालैंड पुलिस ने अपनी पहल 'पुलिस की पाठशाला' की शुरुआत कोहिमा के लिटिल फ्लॉवर हायर सेकेंडरी स्कूल से की। इस सेशन को नागालैंड पुलिस की इंस्पेक्टर जनरल सोनिया सिंह ने स्वयं संबोधित किया। जिसके दौरान छात्राओं को साइबर क्राइम, सड़क सुरक्षा और आत्म-रक्षा के बारे में बताया गया।

कोलकाता ब्रिज हादसा: एक बार फिर मदद के लिए आगे आया सिख समुदाय!

By निशा डागर

मंगलवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में डायमंड हार्बर रोड पर मजेरहाट ब्रिज के गिरने से अफरा-तफरी मची हुई है। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ब्रिज के नीचे फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुटे हुये हैं। ऐसे में बेहला गुरुद्वारा इन सभी के लिए लंगर, चाय व पानी प्रदान कर रहा है।

महाराष्ट्र: दफ्तर में 'पान' के धब्बों से चकित आईएएस अफसर ने खुद की दीवारें साफ़!

By निशा डागर

महाराष्ट्र के अकोला ज़िले में लोगों द्वारा लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अधिकारीयों के काम और व्यवहार की लगातार शिकायतें सुनकर ज़िले के कलेक्टर आस्तिक कुमार पांडेय बिना किसी पूर्व सुचना के विभाग के दौरे पर जा पहुंचे। उन्होंने वहां की गंदी दीवारें देख खुद उन्हें साफ़ करना शुरू कर दिया, जिससे सभी को सबक मिला।

लगभग 20 सालों से मुफ्त में बीमारों को अस्पताल पहुंचा रहे हैं 'एम्बुलेंस दादा'!

By निशा डागर

पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले के ढ़ालाबारी गांव से ताल्लुक रखने वाले करीम- उल- हक़ को यहां के लोग 'एम्बुलेंस दादा' के नाम से जानते हैं। करीम एक चाय के बागान में काम करते हैं। और इस के अलावा वे बीमार, गरीब व कमजोर लोगों को अपनी बाइक पर जिला अस्पताल भी ले जाते हैं।

केरल के अनाथालय से यूपीएससी तक: आईएएस मोहम्मद अली शिहाब की अविश्वसनीय कहानी!

By निशा डागर

केरल के मलप्पुरम जिले के पास एक छोटे से गांव में जन्में आईएएस अधिकारी मोहम्मद अली शिहाब नागालैंड के एक दुर्गम जिले कैफाइर में नियुक्त हैं। 11 साल की उम्र के बाद उनका जीवन अनाथ आश्रम में बीता। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया है।

19 साल की मौसमी खातून को मिली मेडिकल पढ़ाई में स्कॉलरशिप, कभी बनाती थीं बीड़ी!

By निशा डागर

कोलकाता नेशनल मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली मौसमी खातून और मोसम्माद हसीना परवीन ने हाल ही में डॉ अमिया कुमार बोस मेमोरियल अवार्ड जीता है। एमबीबीएस फर्स्ट ईयर की छात्रा मौसमी (19 वर्षीय) कुछ समय पहले तक अपने परिवार के साथ एक बीड़ी के कारखाने के लिए काम करती थी।

केरल: राहत कार्यों में निःस्वार्थ जुटे हैं पंजाब के ये 7 युवा छात्र!

By निशा डागर

पंजाब से युवाओं का एक समूह केरल में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए पहुंचा हुआ है। ये सभी युवा कॉलेज छात्र हैं और इनके ग्रुप का नाम है 'इनिसिएटर ऑफ़ चेंज'! केरल के ज़िले अलप्पुज़हा में ये स्कूलों व लोगों के घरों को साफ़ कर रहे हैं। इसके अलावा एमपी शशि थरूर से सम्पर्क कर इन्होने राहत सामग्री का भी बंदोबस्त कराया है।

गर्व का क्षण: जब डीसीपी पिता ने किया बेटी को सैल्यूट!

By निशा डागर

तेलंगाना में हैदराबाद के एक बाहरी इलाके कोंगारा कलान में तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) की सार्वजनिक बैठक में पुलिस उपायुक्त ए आर उमामहेश्वर शर्मा ड्यूटी पर थे। उसी स्थान पर जगित्याल जिला की पुलिस अधीक्षक सिंधु शर्मा भी थीं। इस मौके पर उमामहेश्वर ने अपनी बेटी सिंधु को सैल्यूट किया, जो रैंक में उनसे ऊपर हैं। 

हर दिन 6 घंटे के लिए स्कूल में तब्दील हो जाता है देहरादून का यह पुलिस स्टेशन, जानिए क्यों!

By निशा डागर

देहरादून का प्रेम नगर पुलिस स्टेशन सुबह के 9:30 बजे से लेकर दिन के 3:30 बजे तक यह स्टेशन स्कूल के रूप में भी कार्य करता है। नंदा की चौक स्लम से गरीब बच्चे यहां पढ़ने के लिए आते हैं। इन बच्चों को आसरा ट्रस्ट एनजीओ के सदस्यों द्वारा पढ़ाया जाता है।

पंजाब के छोटे से गाँव से निकल देश भर में पहचान बना रही हैं ये तीन बहनें, पिता हैं ऑटो-ड्राइवर!

By निशा डागर

पंजाब में तरनतारन के मुगलचक्क पनमां गांव से ताल्लुक रखने वाले सरदार सरबंत सिंह की बड़ी बेटी राजविंदर कौर इंटरनेशनल हॉकी खिलाड़ी है। दूसरी बेटी मनदीप कौर राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी तो तीसरी बेटी वीरपाल कौर नेशनल लेवल पर रेसलर है। सरबंत सिंह एक ऑटो-ड्राइवर हैं।