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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

मुंबई के इस शख्स ने 40 अच्छे काम करके मनाया 40वां जन्मदिन; 'अब आपकी बारी'!

By निशा डागर

मुंबई के रुषभ तुरखिया ने अपने 40वें जन्मदिन पर 'योर टर्न नाउ' की पहल शुरू की। यह पहल आज एक ग्लोबल चेन बन चुकी है। आपको कभी भी अगर किसी के कुछ अच्छा करने का मौका मिलता है तो आप उस व्यक्ति को 'योर टर्न नाउ' कार्ड्स देकर और किसी के लिए अच्छा करने को प्रेरित करें।

बिरसा मुंडा: ब्रिटिश सरकार के ख़िलाफ़ विद्रोह करनेवाले पहले आदिवासी वीर

By निशा डागर

Birsa Munda: First Adivasi Freedom Fighter Of India. बिरसा मुंडा: ब्रिटिश सरकार के ख़िलाफ़ विद्रोह करनेवाले पहले आदिवासी वीर।

गजानन माधव मुक्तिबोध: वो आग जिसकी चिंगारी मरने के बाद और भड़की!

By निशा डागर

गजानन माधव 'मुक्तिबोध' का जन्म 13 नवंबर 1917 को श्योपुर (शिवपुरी) जिला मुरैना, ग्वालियर (मध्य प्रदेश) में हुआ था। साल 1953 में उन्होंने साहित्य लेखन शुरू किया। मुक्तिबोध तारसप्तक के पहले कवि थे। मुक्तिबोध की रुचि अध्ययन-अध्यापन, पत्रकारिता, समसामयिक राजनीतिक एवं साहित्य के विषयों पर लेखन में थी।

डॉ. सालिम अली : वह पक्षी वैज्ञानिक जिसके जन्मदिन पर पड़ा 'राष्ट्रीय पक्षी दिवस'!

By निशा डागर

12 नवंबर 1896 को जन्में डॉ सालिम मोइज़ुद्दीन अब्दुल अली एक भारतीय पक्षी विज्ञानी, वन्यजीव संरक्षणवादी और प्रकृतिवादी थे। वे देश के पहले ऐसे पक्षी विज्ञानी थे जिन्होंने सम्पूर्ण भारत में व्यवस्थित रूप से पक्षियों का सर्वेक्षण किया और पक्षियों पर ढेर सारे लेख और किताबें लिखीं।

भुला दिए गए नायक : भारतीय वायुसेना के सबसे पहले चीफ एयर मार्शल सुब्रोतो मुखर्जी!

By निशा डागर

Subroto Mukerjee भारतीय वायुसेना के सबसे पहले चीफ एयर मार्शल सुब्रोतो मुखर्जी की कहानी न केवल अफसरों बल्कि आम लोगों के लिए भी प्रेरणादायक है।

राजस्थान के इस किसान का नाम शामिल हुआ लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में; जानिये क्यूँ!

By निशा डागर

राजस्थान के सीकर जिले से ताल्लुक रखने वाले जगदीश प्रसाद पारीक साल 1970 से खेती कर रहे हैं। पारम्परिक खेती के अलावा वे अपने दो हेक्टेयर खेत में अनार, निम्बू, वुड एप्पल, और गुलाब के साथ-साथ फूलगोभी भी उगाते हैं। उनकी गोभी की खेती के लिए उनका नाम लिम्का बुक ऑफ़ रिकार्ड्स में शामिल किया गया है।

केदारनाथ : डेढ़ साल तक हज़ारों गाँवों में भटक कर ढूंढ निकाला मृत घोषित पत्नी को!

By निशा डागर

राजस्थान के अलवर से ताल्लुक रखने वाले 45 वर्षीय विजेंद्र सिंह राठौर 2013 में हुई उत्तराखंड तबाही के दौरान अपनी पत्नी से बिछुड़ हो गये थे। पर उन्होंने हार नहीं मानी और लगभग डेढ़ साल बाद अपनी पत्नी को ढूंढ लिया। अब फिल्म-निर्माता सिद्दार्थ राय कपूर उनकी कहानी पर फिल्म बनाने जा रहे हैं।

सुदामा पाण्डेय 'धूमिल': हिंदी साहित्य का वह कवि जिसने जनतंत्र की क्रांति को शब्द दिए!

By निशा डागर

सुदामा पांडेय 'धूमिल' का जन्म 9 नवंबर 1936 को उत्तर-प्रदेश वाराणसी के निकट गाँव खेवली में हुआ था। उन के पिता शिवनायक पांडे एक मुनीम थे व माता रजवंती देवी घर-बार संभालती थी। अपनी लेखनी के चलते उन्हें 'धूमिल' उपनाम मिला। इन्हें हिंदी साहित्य का 'एंग्री यंग मैन' भी कहा जाने लगा।

वासुदेव बलवंत फड़के: वह क्रांतिकारी जिनकी आदिवासी सेना ने अंग्रेजों को लोहे के चने चबवाये!

By निशा डागर

vasudev balwant phadke का जन्म 4 नवंबर, 1845 को महाराष्ट्र के रायगड जिले के शिरढोणे गांव में हुआ था। साल 1857 की क्रांति की विफलता

वह कथक डांसर, जिसे 16 साल की उम्र में रबिन्द्रनाथ टैगोर ने दिया 'नृत्य सम्राज्ञी' का ख़िताब!

By निशा डागर

Sitara Devi उत्तर-प्रदेश के बनारस में संस्कृत और संगीत के विद्वान पंडित सुखदेव प्रसाद के घर में सितारा देवी का जन्म हुआ। रबिन्द्रनाथ टैगोर