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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

शिक्षकों और गाँववालों ने चंदा इकट्ठा करके सरकारी स्कूल को बनाया 'स्मार्ट'!

By निशा डागर

कभी जर्जर हालत में रहने वाला यह स्कूल आज पंजाब के 3400 स्मार्ट स्कूलों की लिस्ट में आता है और स्कूल में छात्रों की संख्या 230 है!

तेज़ बुखार में दी UPSC की परीक्षा और पहली ही बार में हासिल की 9वीं रैंक!

By निशा डागर

"ब्रेक टाइम में मुझे कार में ही आईवी ड्रिप दी गयी," यह कहना है सौम्या शर्मा का। सुनने की क्षमता न होते हुए भी उन्होंने परीक्षा में किसी तरह का आरक्षण नहीं लिया!

सरकारी अस्पताल में हुआ शॉर्ट सर्किट, नर्स की सूझ-बूझ से बची नौ नवजात शिशुओं की जान!

By निशा डागर

ये सभी बच्चे प्री-मैच्योर थे और इसलिये इन्हें ऑक्सीजन मास्क, आइवी ड्रिप आदि लगी हुई थी। सविता ने बच्चों को सुरक्षित जगह पहुंचा कर, फिर से उन्हें ऑक्सीजन मास्क और ड्रिप लगाये!

इन पाँच शहरों में रहते हैं, तो ज़रूर जुड़िये इन स्वच्छता हीरोज़ से!

By निशा डागर

इको-संडे की शुरुआत बेंगलुरु के दो ग्रेजुएशन छात्रों ने की है, तो वहीं दृष्टि फाउंडेशन की शुरुआत अहमदाबाद में एक पिता ने अपनी बेटी से प्रेरित होकर की!

भैंस-बकरी चराने वाले बच्चे आज बोलते हैं अंग्रेज़ी, एक शिक्षक की कोशिशों ने बदल दी पूरे गाँव की तस्वीर!

By निशा डागर

अल्मोड़ा जिले से लगभग 50-60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस गाँव तक पहुँचने के लिए आपको सड़क मार्ग के आलावा, छह किमी का पैदल पहाड़ी रास्ता और एक नदी भी पार करनी पड़ती है!

कचरे से खाद, बारिश के पानी से बगीचा और बिजली बिल में लाखों की बचत हो रही है यहाँ!

By निशा डागर

साल 2017 में सोसाइटी ने आपूर्ति के बाद बची सोलर एनर्जी को एक बिजली वितरण कंपनी को बेचकर बिल में 2.6 लाख रुपये की बचत की!

व्हाट्सअप ग्रुप के ज़रिये ग्रामीण इलाकों में ज़िंदगियाँ बचा रहे हैं ये डॉक्टर्स!

By निशा डागर

‘कार्डियोलॉजी एट डोरस्टेप' नाम से चल रहे इन व्हाट्सअप ग्रुप्स में लगभग 800 डॉक्टर जुड़े हुए हैं जो ग्रामीण इलाकों के ऐसे लोगों की सहायता करते हैं जहाँ स्पेशलिस्ट नहीं पहुँच पाते हैं!

मुंबई के इन दो शख्स से सीखिए नारियल के खोल से घर बनाना, वह भी कम से कम लागत में!

By निशा डागर

इस एक आईडिया ने हमारी आँखे खोल दीं कि कैसे कचरे में जाने पर इन नारियल खोल में मच्छर आदि उत्पन्न होने लगते हैं, जबकि हम इनका इस्तेमाल घर बनाने में कर सकते हैं!