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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

जल-संरक्षण के अनोखे तरीके से हर साल 6 करोड़ लीटर बारिश का पानी बचा रहा है यह किसान!

By निशा डागर

जब थरकन ने अपनी 12 साल की रबर की खेती को कटवा दिया तो लोगों ने उन्हें पागल कहा। पर आज वही लोग उनके तरीके अपने फार्म में इस्तेमाल कर रहे हैं!

घर में ही मशरूम की खेती कर बनातीं हैं स्वादिष्ट प्रोडक्ट्स; मिला 'बेस्ट फार्म वुमन' का अवॉर्ड!

By निशा डागर

कभी दिन में दो वक़्त की रोटी के लिए भी परेशान रहने वाली अनिमा आज महीने के लगभग 30, 000 रुपये कमा रहीं हैं।

ट्रेन हादसे में गंवाया एक पैर, आज हैं भारत की पहली महिला ब्लेड रनर!

By निशा डागर

मुझे पता है कि ज़िंदगी में बहुत कुछ ऐसा है जिस पर हमारा कंट्रोल नहीं है। ज़िंदगी का अगला पल, आपको बना सकता है या फिर गिरा भी सकता है।

1 रुपये में इडली, 2.50 रुपये में दोसा खिला रही हैं ये दो दादियाँ!

By निशा डागर

"यह ग्रामीण इलाका है और यहाँ पर बहुत से ज़रूरतमंद लोग है। मैं बस उन्हें कम से कम कीमत पर खाना खिलाना चाहती हूँ।"

"मेरी माँ उनकी हँसी और मुस्कुराहट में ज़िंदा हैं, जिन्हें उनकी वजह से जीने का सेकंड चांस मिला!"

By निशा डागर

"किसी को नहीं पता था कि क्या हुआ? डॉक्टर्स ने उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए कहा। लेकिन जब वहां पहुंचे तो कहा गया कि बहुत देर हो चुकी है।"

वह महिला वैज्ञानिक, जिन्होंने महिलाओं को दिलाई फिजिक्स रिसर्च में जगह!

By निशा डागर

दूसरे विश्व युद्ध के बाद जो बचे हुए उपकरण और हथियार कबाड़ में बेचे जा रहे थे, उन्हीं में से डॉ. पूर्णिमा सिन्हा ने अपनी रिसर्च के लिए एक्स-रे उपकरण बनाया था।

देश का पहला जिला, जो है ओपन-ड्रेनेज सिस्टम से मुक्त, महिला आईएएस ने बदली तस्वीर!

By निशा डागर

स्थानीय नेताओं को स्वच्छता के काम में लगाने के लिए देवसेना ने पूरे क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा का माहौल बना दिया ताकि सभी लोग अपने क्षेत्र को बेहतर बनाने के प्रयासों में जुट जाएं।

"अपने बेटे के लिए कुछ करना है," 350 बच्चों को मुफ़्त शिक्षा दे रहीं हैं शहीद की माँ!

By निशा डागर

6 अक्टूबर 2017 को अरुणाचल प्रदेश के तवांग में एमआई-17 हेलीकॉप्टर हादसे में स्क्वाड्रन लीडर शिशिर तिवारी शहीद हो गए थे।