Powered by

Latest Stories

HomeAuthorsनिशा डागर
author image

निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

Exclusive: सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ने वाली शेफाली से एक ख़ास मुलाक़ात!

By निशा डागर

वर्ल्ड कप में सिलेक्शन के साथ-साथ शेफाली अपने आइडल सचिन तेंदुलकर से एक बार मिलने की ख़्वाहिश रखतीं हैं।

कामवाली की एक समस्या से शुरू हुआ सफर, आज घर पर ही बनातीं हैं 30 से ज़्यादा प्रोडक्ट्स!

By निशा डागर

उन्हें अपने पर्सनल, किचन और होम क्लीनिंग प्रोडक्ट्स बनाने के लिए जो-जो चीजें खरीदनी पड़ती थी, उन्हें अब घर पर ही बनाकर वह हर महीने लगभग 10 हज़ार रुपये बचा लेती हैं।

दूसरों के घरों में काम करके इस माँ ने बेटे को पहुँचाया इसरो तक!

By निशा डागर

राहुल को पैसों की तंगी की वजह से 11वीं के बाद पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी और वह एक इलेक्ट्रीशियन के साथ काम करने लगे। उन्होंने कभी भी नहीं सोचा था कि वह इतना आगे आ पाएंगे।

अवॉर्ड विनिंग ट्रांसलेटर हैं केरल के यह दिहाड़ी-मज़दूर!

By निशा डागर

सुबह से शाम तक, वह सिर्फ एक मज़दूर हैं। दिन भर की मेहनत के बाद घर आकर वह अपनी डेस्क पर बैठकर निबंध, कहानियां और कभी-कभी पूरी किताब ट्रांसलेट करते हैं!

महिलाओं को बिज़नेस करने के लिए आर्थिक मदद देती हैं ये 8 सरकारी योजनाएं!

By निशा डागर

जब भी कोई महिला कुछ नया, कुछ अपना बिज़नेस करने के बारे में सोचती है तो समाज और परिवार अक्सर उसका साथ नहीं देते। लेकिन इससे भी बड़ी चुनौती है कि व्यवसाय के लिए पैसा कहाँ से आये? इसलिए जानिए ऐसी योजनाओं के बारे में जो आपके बिज़नेस शुरू करने के सपने को हक़ीकत में बदल सकती है!

'हर बूंद ज़रूरी है,' सीखिए कैसे घरेलु स्तर पर बचा सकते हैं पानी!

By निशा डागर

लगभग 60 करोड़ भारतीय आज पानी न होने की समस्या से ग्रस्त हैं, 75% घरों में पीने के लिए पानी नहीं है और 84% ग्रामीण घरों में आज भी वॉटर पाइपलाइन नहीं है!

गुजरात: इनोवेटर किसान ने बनाया 10 हज़ार रुपए में डैम और 1.6 लाख में ट्रैक्टर!

By निशा डागर

'अगर दूसरों के कॉपी करने से मेरा यह डिजाईन देशभर के किसानों तक पहुँच सकता है और उनके लिए हितकर हो रहा है तो कोई दिक्कत नहीं है। क्योंकि हमारा उद्देश्य किसानों की भलाई है।'

सलाद बनाने के पैशन से खड़ा किया व्यवसाय, महीने की कमाई 1.25 लाख रुपये!

By निशा डागर

व्हाट्सअप से शुरू हुए इस बिज़नेस के लिए उनकी लागत मात्र 3, 500 रूपये रही। पहले वे सभी काम अकेले करती थीं, लेकिन अब उनके स्टाफ में सब्ज़ियां काटने के लिए 9 महिलाएं और 10 डिलीवरी एजेंट हैं!

बंगलुरु: इस डॉक्टर के प्रयासों ने एक डंपयार्ड को बदला दादा-दादी पार्क में!

By निशा डागर

लोगों को कचरा न फेंकने के लिए समझाना बहुत ही मुश्किल काम था। अगर उन्हें रोका जाता तो वे उल्टा डॉ. अग्रवाल से ही बहस करते कि अगर यहाँ न फेंके तो कहाँ फेंके?