ओडिशा के पंकज कुमार तरई, बीते 16 सालों से सड़क हादसे के शिकार लोगों को बचाने की मुहिम में लगे हैं। इसके लिए वह अपनी 30 फीसदी कमाई खर्च कर देते हैं। पढ़िए मानवता की यह प्रेरक कहानी!
डॉ. गुरुप्रसाद महापात्रा को सरकार ने मरणोपरांत पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। 1986 बैच के इस आईएएस अधिकारी को गुजरात में विकास को एक नई ऊंचाई देने के लिए जाना जाता है। जानिए उनके बारे में खास बातें!
डॉ. गुरुप्रसाद महापात्रा को मरणोपरांत पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें गुजरात में विकास को एक नई ऊंचाई देने के लिए जाना जाता है। जानिए उनके बारे में खास बातें!
डॉ. एनपी मिश्रा को हाल ही में मरणोपरांत पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें मध्य प्रदेश के चिकित्सा जगत का पितामह माना जाता है, जानिए क्यों!
डॉ. एनपी मिश्रा को हाल ही में मरणोपरांत पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें मध्य प्रदेश के चिकित्सा जगत का पितामह माना जाता है, जानिए क्यों!
2001 में, गुजरात के भुज में आए भूकंप के दौरान सीमेंट से बने घर तो टूट गए थे, लेकिन ‘भूंगा’ शैली से मिट्टी से बने घरों को ज़रा सा भी नुकसान नहीं पहुंचा था।
बोधि वृक्ष वही पेड़ है, जिसके नीचे महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। अतीत में इस पेड़ को मिटाने की कई कोशिशें हुईं, लेकिन 2500 से अधिक वर्षों से यह इंसानी सभ्यता को एक नया अर्थ दे रही है।
उड़ीसा के कामगाँव की रहने वाली लिप्सा प्रधान, महुआ चुनने वाले परिवार से ताल्लुक रखती हैं। अपनी माँ के दर्द को देख, उन्होंने महुआ बीनने के लिए एक ऐसी मशीन बनाई, जिससे दिन भर का काम घंटे भर से भी कम समय में हो सकता है।
मध्य प्रदेश के बैतूल जिले का बांचा गांव देश का पहला ऐसा गांव है, जहां न किसी घर में लकड़ी के चूल्हे का इस्तेमाल होता है और न ही एलपीजी सिलेंडर का। जानिए कैसे बदली इस आदिवासी बहुल गांव की किस्मत!