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कुमार देवांशु देव

300 से अधिक जिंदगियां बचा चुका है ओडिशा का यह ट्रक ड्राइवर

ओडिशा के पंकज कुमार तरई, बीते 16 सालों से सड़क हादसे के शिकार लोगों को बचाने की मुहिम में लगे हैं। इसके लिए वह अपनी 30 फीसदी कमाई खर्च कर देते हैं। पढ़िए मानवता की यह प्रेरक कहानी!

आदिवासी चित्रकार दुर्गा बाई पद्म श्री से सम्मानित!

मध्य प्रदेश की दुर्गा बाई व्योम को पद्म श्री से सम्मानित किया गया है। लेकिन उनके यहां तक पहुंचने की राह काफी मुश्किल रही है। पढ़िए उनकी प्रेरक कहानी!

कोविड में बचाई कई जानें, पर खुद हार गए जिंदगी की जंग, पद्म श्री से सम्मानित IAS गुरुप्रसाद

डॉ. गुरुप्रसाद महापात्रा को सरकार ने मरणोपरांत पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया है। 1986 बैच के इस आईएएस अधिकारी को गुजरात में विकास को एक नई ऊंचाई देने के लिए जाना जाता है। जानिए उनके बारे में खास बातें!

IAS डॉ. गुरुप्रसाद महापात्रा को मरणोपरांत मिला पद्म श्री

डॉ. गुरुप्रसाद महापात्रा को मरणोपरांत पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें गुजरात में विकास को एक नई ऊंचाई देने के लिए जाना जाता है। जानिए उनके बारे में खास बातें!

पद्म श्री से सम्मानित हुए डॉ. एनपी मिश्रा, भोपाल त्रासदी में बचाई थी 10 हज़ार लोगों की जान

डॉ. एनपी मिश्रा को हाल ही में मरणोपरांत पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें मध्य प्रदेश के चिकित्सा जगत का पितामह माना जाता है, जानिए क्यों!

Dr NP Mishra को मिला पद्मश्री, भोपाल त्रासदी में बचाई थी हजारों जानें

डॉ. एनपी मिश्रा को हाल ही में मरणोपरांत पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें मध्य प्रदेश के चिकित्सा जगत का पितामह माना जाता है, जानिए क्यों!

भूंगा घर: गुजरात के गौरव की तस्वीर है यह शैली, भूकंप से लड़ने की भी रखते हैं ताकत

2001 में, गुजरात के भुज में आए भूकंप के दौरान सीमेंट से बने घर तो टूट गए थे, लेकिन ‘भूंगा’ शैली से मिट्टी से बने घरों को ज़रा सा भी नुकसान नहीं पहुंचा था।

Bodhi Tree: पीपल की वे टहनियां, जिनके जरिए सम्राट अशोक ने दुनिया में किया ‘धम्म' का प्रचार

बोधि वृक्ष वही पेड़ है, जिसके नीचे महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। अतीत में इस पेड़ को मिटाने की कई कोशिशें हुईं, लेकिन 2500 से अधिक वर्षों से यह इंसानी सभ्यता को एक नया अर्थ दे रही है।

माँ के दर्द को देख बनाई ऐसी मशीन, जिससे मिनटों में खत्म हो सकेगा दिनभर का काम

उड़ीसा के कामगाँव की रहने वाली लिप्सा प्रधान, महुआ चुनने वाले परिवार से ताल्लुक रखती हैं। अपनी माँ के दर्द को देख, उन्होंने महुआ बीनने के लिए एक ऐसी मशीन बनाई, जिससे दिन भर का काम घंटे भर से भी कम समय में हो सकता है।

Bancha Village: देश का पहला गांव जहां सभी घरों में सोलर एनर्जी से बनता है खाना

मध्य प्रदेश के बैतूल जिले का बांचा गांव देश का पहला ऐसा गांव है, जहां न किसी घर में लकड़ी के चूल्हे का इस्तेमाल होता है और न ही एलपीजी सिलेंडर का। जानिए कैसे बदली इस आदिवासी बहुल गांव की किस्मत!