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अर्चना दूबे

न सड़क, न बिजली, फिर भी सीखा प्लास्टिक से प्रोडक्ट बनाना, दिया कई महिलाओं को रोज़गार

By अर्चना दूबे

काजीरंगा (असम) के छोटे से गाँव (बोसागांव) में रहने वाली रूपज्योति गोगोई, प्लास्टिक को रीयूज़ करके उससे बैग्स बनाती हैं।

पेंटिंग विश्व चैंपियन बने तो जापान ने दिया ऑफर, पर देश में रहकर महिलाओं को बनाया सशक्त

By अर्चना दूबे

एक कलाकार हमेशा समय से आगे की सोचता है। जब काम करने के लिए बहुत कम महिलाएं घरों से बाहर निकलती थीं, खासकर छोटे शहरों में। तब उत्तर प्रदेश के एक छोटे से जिले मऊ के रहने वाले मुमताज़ खान ने कई लड़कियों और महिलाओं को हुनरमंद बनाने और रोज़गार से जोड़ने का बीड़ा उठाया।

UN Internship: अब संयुक्त राष्ट्र में इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर, घर से ही कर सकते हैं काम

By अर्चना दूबे

संयुक्त राष्ट्र और UNCCD के काम से संबंधित क्षेत्र में विशेषज्ञता वाले स्नातक छात्रों को संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (यूएनसीसीडी), आवेदन के लिए इनवाइट कर रहा है।

पहाड़ों में नहीं, बेंगलुरु शहर की अपनी बालकनी में उगा रहे हैं सेब, जानिए कैसे

By अर्चना दूबे

57 वर्षीय कॉन्सेप्ट आर्टिस्ट और फोटोग्राफर विवेक विलासिनी, बेंगलुरु स्थित अपने घर की बालकनी में ही सेब और एवाकाडो जैसे फल उगा रहे हैं।

Video: मिलिए डोर अलार्म सिस्टम, प्लांट वॉटरिंग सिस्टम जैसे डिवाइस बनानेवाले अब्दुल से

By अर्चना दूबे

उत्तर प्रदेश के अब्दुल करीम को बचपन से ही पारंपरिक पढ़ाई पसंद नहीं थी। अब, उन्होंने ऐसे डिवाइस बनाए हैं, जिनसे गाँववालों की ज़िंदगी बहुत आसान हो गई है।

Real Life Sherni: मिलिए काले हिरणों को बचाने वाली IFS अफ़सर से

By अर्चना दूबे

भारतीय वन सेवा की अधिकारी कल्पना के और एम गीताजंलि ने काले हिरणों को बचाने के उपाय खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपने दो साल के कार्यकाल में, इन दोनों अधिकारियों ने काले हिरण के संरक्षण के लिए कई पहल किए। उनके प्रयासों को आईएफएस एसोसिएशन ने भी मान्यता दी थी।

रेगिस्तान की तपती धूप में एक नज़ारा ऐसा भी, गरीब बच्चियों के लिए बना सस्टेनेबल स्कूल

By अर्चना दूबे

Rajkumari Ratnavati Girls School को न्यूयॉर्क की डायना केलॉग ने डिज़ाइन किया है। राजस्थान में महिला साक्षरता दर महज 32% है। ऐसे में जैसलमेर के कनोई गाँव का यह स्कूल लड़कियों को एक नई उमंग दे रहा है।

नारियल तेल की फैक्ट्री में फेंके जाते थे खोल, उन्हीं से बर्तन बनाकर शुरू कर दिया बिज़नेस

By अर्चना दूबे

केरल के त्रिशूर की रहनेवाली मारिया कुरियाकोस ने, आमतौर पर फेंक दिए जाने वाले नारियल के खोल से कटोरे और दूसरी कई कमाल की चीज़ें बनाने के लिए ‘थेंगा’ (Thenga) को लॉन्च किया। आइए जानते हैं, कैसे मारिया के अटके कदम को उनके माता-पिता द्वारा दी गई रफ्तार और उनकी सफलता की कहानी।