एक कलाकार हमेशा समय से आगे की सोचता है। जब काम करने के लिए बहुत कम महिलाएं घरों से बाहर निकलती थीं, खासकर छोटे शहरों में। तब उत्तर प्रदेश के एक छोटे से जिले मऊ के रहने वाले मुमताज़ खान ने कई लड़कियों और महिलाओं को हुनरमंद बनाने और रोज़गार से जोड़ने का बीड़ा उठाया।
संयुक्त राष्ट्र और UNCCD के काम से संबंधित क्षेत्र में विशेषज्ञता वाले स्नातक छात्रों को संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (यूएनसीसीडी), आवेदन के लिए इनवाइट कर रहा है।
उत्तर प्रदेश के अब्दुल करीम को बचपन से ही पारंपरिक पढ़ाई पसंद नहीं थी। अब, उन्होंने ऐसे डिवाइस बनाए हैं, जिनसे गाँववालों की ज़िंदगी बहुत आसान हो गई है।
भारतीय वन सेवा की अधिकारी कल्पना के और एम गीताजंलि ने काले हिरणों को बचाने के उपाय खोजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपने दो साल के कार्यकाल में, इन दोनों अधिकारियों ने काले हिरण के संरक्षण के लिए कई पहल किए। उनके प्रयासों को आईएफएस एसोसिएशन ने भी मान्यता दी थी।
Rajkumari Ratnavati Girls School को न्यूयॉर्क की डायना केलॉग ने डिज़ाइन किया है। राजस्थान में महिला साक्षरता दर महज 32% है। ऐसे में जैसलमेर के कनोई गाँव का यह स्कूल लड़कियों को एक नई उमंग दे रहा है।
केरल के त्रिशूर की रहनेवाली मारिया कुरियाकोस ने, आमतौर पर फेंक दिए जाने वाले नारियल के खोल से कटोरे और दूसरी कई कमाल की चीज़ें बनाने के लिए ‘थेंगा’ (Thenga) को लॉन्च किया। आइए जानते हैं, कैसे मारिया के अटके कदम को उनके माता-पिता द्वारा दी गई रफ्तार और उनकी सफलता की कहानी।