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देश का पहला चप्पल बैंक चलाते हैं ये युवा; 8000 से ज्यादा गरीब बच्चों को पहनाई चप्पलें!

मानवता ग्रुप का प्रयास रहा है कि जब कोई भी बच्चा बड़ा हो, तब उसके बचपन की स्मृतियों में ये न हो कि उसके पैर गर्मी में धूप में चप्पल न होने की वजह से झुलसे थे, या भरी ठण्ड में बिना चप्पल के उसने दिन गुज़ारे हैं।

सिर्फ पेड़ ही नहीं लगाते, उनकी देखभाल कर बड़ा भी करते हैं उमाशंकर तिवारी!

By नीरज नय्यर

उमाशंकर अब तक 1200 से ज्यादा पौधे लगा चुके हैं, इनमें से कई पौधे पेड़ बन चुके हैं। वे प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने के लिए भी लोगों को जागरुक करते हैं।

22 वर्षीय छात्र ने ली स्लम के बच्चों की ज़िम्मेदारी, आईआईटी के लिए तैयार करना है लक्ष्य!

By निशा डागर

22 वर्षीय श्री निवास झा राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान से एम. ए कर रहे हैं। मूलतः बिहार के मधुबनी से ताल्लुक रखने वाले श्री निवास का परिवार भोपाल में रहता है। साल 2015 में भोपाल के अन्ना नगर स्लम में रहने वाले बच्चों के जीवन में शिक्षा का प्रकाश फैलाने के लिए उन्होंने 'आरोह तमसो ज्योति' पहल की शूरुआत की।

मध्य-प्रदेश: भाई-बहन की इस जोड़ी को मिला बहादुरी पुरस्कार, इनका कारनामा सुन आप हैरान रह जायेंगें!

By निशा डागर

22 जनवरी 2019 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश भर से चुने गये 26 बच्चों को 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' से नवाज़ा। इन बच्चों में मध्य-प्रदेश के मुरैना जिले से अद्रिका गोयल और उनके भाई कार्तिक गोयल को भी सम्मानित किया गया।

साढ़े तीन वर्षीय कैज़ेन जी रहा है 'मोगली' जैसा जीवन, माँ-बाप ने छोड़ी थी कॉर्पोरेट की नौकरी!

By निशा डागर

हर्षिता और आदित्य शाकल्य, एक दंपति जो अपने साढ़े तीन साल के बेटे कैज़ेन के साथ मध्य-प्रदेश के पेंच टाइगर रिज़र्व के 'टाइगर एन वुड्स' रिज़ॉर्ट में रह रहा है। साल 2015 में दोनों ने इंदौर में अपना बिजनेस छोड़ यहां प्रकृति के बीच रहना शुरू किया।