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झोपड़ी में पले बढ़े, नहीं था कोई लक्ष्य! जानें, प्रीतिश ने कैसे तय किया ONGC तक का सफर

By पूजा दास

ओडिशा के रहनेवाले प्रीतिश नाथ, ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ओएनजीसी) लिमिटेड में असिस्टेंट एक्जिक्युटिव के पद पर काम करते हैं। हाल ही में प्रीतिश ने Quora पर बताया कि कैसे बार-बार असफल होने के बावजूद, उन्होंने कड़ी मेहनत से अपने सपनों को सच किया है।

खेल-खेल में बच्चे सीखें गणित इसलिए टीचर ने अपनाई नई तरकीब, बनाया बेहतरीन मैथ्स पार्क 

By प्रीति टौंक

ज्यादातर बच्चों को गणित विषय मुश्किल लगता है, लेकिन अगर बचपन में ही यह डर निकल जाए तो बच्चे ख़ुशी ख़ुशी गणित पढ़ते हैं। इसी सोच के साथ ओडिशा के एक छोटे से गाँव पुझरीपाली गांव के टीचर सुभाष चंद्र साहू ने एक मैथ्स पार्क बनाया है।

30 सालों से सड़क पर रह रहे मानसिक रोगियों की मदद के लिए, दिन-रात हाजिर रहता है यह वकील

By प्रीति टौंक

पढ़िए छतरपुर, मध्यप्रदेश के डॉ. संजय शर्मा की अनोखी सेवा के बारे में, वह पिछले 30 सालों से उन लोगों के लिए काम कर रहे हैं, जो खुद के बारे में भी सोचने की शक्ति नहीं रखते।

राम मास्टर: 15 किमी तक रास्ते के किनारे लगाए हज़ारों पौधे, पेड़ बनने तक दिया पिता जैसा स्नेह

By निशा डागर

ओडिशा में बारगढ़ के रहने वाले 77 वर्षीय राम चंद्र साहू रिटायर्ड शिक्षक हैं और पिछले लगभग 40 सालों से लगातार पौधरोपण कर रहे हैं।

ओडिशा: अपनी जेब से पैसे खर्च कर, उगाएं 20 हरे-भरे जंगल

By निशा डागर

ओडिशा के जगतसिंहपुर और केंद्रपाड़ा जिले के गांवों में रहने वाले इंजीनियर, अमरेश नरेश ने पिछले 25 सालों में 20 मिनी जंगल उगाएं हैं।

धमकियों से डरे बिना, महिला वन अधिकारी ने रोकी पैंगोलिन की तस्करी, UN से मिला सम्मान

By निशा डागर

डिवीज़नल वन अधिकारी के रूप में ओडिशा की सस्मिता लेंका ने अथागढ़ और खुनपुनि के जंगलों में पैंगोलिन तस्करों के एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क का भंडाफोड़ करने में मदद की, और 28 तस्करों के खिलाफ कार्यवाई करते हुए, 5 पैंगोलिनों को बचाया।

ओडिशा: पिछले 7 दशकों से अपने गाँव के बच्चों को मुफ्त में पढ़ा रहे हैं 102 वर्षीय नंदा सर

By निशा डागर

ओडिशा ने 102 वर्षीय नंदा प्रुस्टी पिछले 7 दशकों से मुफ्त में पढ़ा रहे हैं, उन्होंने अब तक गाँव की तीन पीढ़ियों को शिक्षित किया है!

ओडिशा: युवाओं की टोली ने पेश की मिसाल, एक महीने में समुद्र-तट साफ़ कर किया कमाल

By निशा डागर

ओडिशा के पुरी में अस्त रंगा बीच को साफ़ करने के लिए सौम्या बिस्वाल और उनके दोस्तों ने एक महीने तक हर दिन 10 से 12 घंटे काम किया है!